अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त रूप से सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हमला किया. हमले से आज सुबह सीरिया की राजधानी दमिश्क तेज विस्फोटों से दहल उठी और आसमान में घना धुआं छा गया. इसी हमले पर रूस और चीन की विशेष मांग पर संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक हो रही है. हालांकि इस बैठक में भी अमेरिका के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया है. संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया हमले की निंदा करने के लिए रूस के वोटिंग करवाने की मांग को खारिज कर दिया है.
#BREAKING UN rejects Russian bid to condemn military strikes on Syria
— AFP news agency (@AFP) April 14, 2018
रक्षा परिषद की बैठक की शुरुआत रूस द्वारा सीरिया में अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस संयुक्त हमले की आलोचना से हुई. हालांकि अमेरिका ने इस बैठक में अपने फैसले पर कोई पछतावा नहीं जताया और साफ कर दिया कि वह सीरिया पर दोबारा हमले को भी तैयार है.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने साफ कर दिया कि सीरिया में फिर से रासायनिक हमले का जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार है. नया रासायनिक हमला होने पर अमेरिका सीरिया पर दोबारा हमला कर सकता है.
वहीं, इससे पहले रूस ने सीरिया पर हमले की निंदा प्रस्ताव के लिए वोटिंग करने की मांग की. आपको बता दें कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त रूप से सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हमला किया. अमेरिका के इस हमले पर बशर अल असद की सरकार और उनके सहयोगी देशों रूस और चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. वहीं, फ्रांस ने हमले को सफल बताते हुए कहा कि इस हमले में असद सरकार के केमिकल हथियार के सारे ठिकाने नष्ट किए गए हैं.