मुंबई, 22 मार्च । मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के लेटर बम से महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट की पृष्ठभूमि में वंचित बहुजन अघाडी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। प्रकाश अंबेडकर संविधान-निर्माता बी.आर. अंबेडकर के पौत्र हैं।
उन्होंने कहा, एक मंत्री के खिलाफ गंभीर आरोपों से उपजी वर्तमान स्थिति के कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। विधानसभा को निलंबित कर दिया जाना चाहिए।
पिछले महीने मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक लदी एसयूवी खड़ी मिली थी। इस मामले में पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया है कि मंत्री चाहते थे कि उनकी टीम के सदस्य सचिन वाजे बार और हुक्का पार्लरों से प्रति माह 100 करोड़ रुपये की उगाही करें।
उन्होंने कहा कि अगले चार-पांच महीनों में राज्य में एक व्यवहार्य सरकार हो सकती है जो लोगों के हितों के लिए काम करेगी।
वीबीए प्रमुख ने परम बीर सिंह द्वारा अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की विस्तृत जांच करने की मांग की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या पैसों की उगाही करने का निर्णय सत्तारूढ़ महा विकास अघाडी के सहयोगियों, शिवसेना, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस का था।
अंबेडकर ने दावा किया कि अगर राज्यपाल उचित कार्रवाई करने में विफल रहते हैं, तो एक धारणा बनाई जाएगी कि क्या विपक्षी भाजपा भी इस मामले में शामिल है?
वीबीए के अलावा भाजपा, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे और आम आदमी पार्टी की प्रदेश इकाई ने भी देशमुख को बर्खास्त करने और पत्र की जांच की मांग की है।
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