नई दिल्ली, 30 अप्रैल । भारतीय स्प्रिंट कोच एन रमेश ने कहा है कि ओलंपिक क्वालीफाईंग विश्व एथलेटिक्स रिले में भाग नहीं ले पाने से भारतीय एथलीट निराश हैं।
रमेश ने पटियाला से आईएएनएस से कहा, यह एक बुरा अनुभव है। हमारे पास टोक्यो ओलम्पिक खेलों के लिए कोटज्ञ जीतने का अच्छा मौका था और साथ ही अमेरिका के ओरेगन में 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का भी मौका था।
नीदरलैंडस की सरकार ने भारत से आने वाले उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके कारण अब भारतीय एथलीटों की टीम पोलैंड में एक और दो मई को होने वाली ओलंपिक क्वालीफाईंग विश्व एथलेटिक्स रिले में भाग नहीं ले पाएगी।
टीम को हालांकि जून में अभी एक और मौका मिलेगी। रमेश ने कहा, किर्गिस्तान में अभी एक इंवीटेशनल टूर्नामेंट है। लेकिन यह सब समय और उस समय की स्थिति पर निर्भर है। यह ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का एक अच्छा मौका हो सकता है।
एएफआई ने स्थिति के आधार पर, बेंगलुरु में जून के तीसरे सप्ताह में राष्ट्रीय अंतर-राज्य एथलेटिक्स चैम्पियनशिप आयोजित करने की योजना बनाई है। यह प्रतियोगिता एक ओलंपिक क्वालीफाई प्रतियोगिता होगी।
रमेश ने कहा, चार प्रमुख स्प्रिंटर्स 11.50 सेकंड के नीचे 100 मीटर डैश को देखने में सक्षम हैं। इससे हमें यह पता चला है कि हमारी रिले टीम के पास टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का अच्छा मौका है।
केएलएम ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) को बताया था कि भारत में बढ़ते कोरोना के मामले के कारण नीदरलैंडस की सरकार ने मुंबई से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है, इसलिए भारतीय एथलीट यात्रा नहीं कर सकते।
महिला टीम में हिमा दास और दुती चंद के अलावा एस धनलक्ष्मी, अर्चना सुसींद्रन, हिमाश्री रॉय और ए टी दानेश्वरी शामिल थीं। भारत को चार गुणा 400 मीटर पुरुष रिले में भी भाग लेना था।
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