सुषमा स्वराज का निधन, जानिये उनके सियासी सफर के बारे में !

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देश के विदेश मंत्री की कमान संभाल चुकीं सुषमा स्वराज की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र ने भी कई मौकों पर उनकी तारीफ की। ऐसा ही एक वाक्या उस वक्त का है जब बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पाकिस्तान को निशाने पर लिया था। यहां तक कि उनके समय में ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने में भारत ने कामयाबी हासिल की।

एक नजर सुषमा स्वराज के राजनीतिक जीवन पर:

1970 में उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की।
1977-82 और 1987-89 तक वह हरियाणा विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुईं।
1990 में राज्यसभा सदस्य बनीं।
1996 और 1998 में दक्षिण दिल्ली से लोकसभा सांसद बनी।
1998 में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी।
1999 में भाजपा ने उन्हें सोनिया गांधी के खिलाफ बेल्लारी से उतारा, जिसमें सात फीसदी मतों से हार मिली।
2000 से 2003 तक केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहीं।
2003 से 2004 तक स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभाला। उनके स्वास्थ्य मंत्री रहते केंद्र ने छह नए एम्स को हरी झंडी दी।
2014 में उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया।

उल्लेखनीय है कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को मंगलवार की रात गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का निधन हुआ है।