मियांमार की क़ाइद अपोज़ीशन ( विपक्ष की नेता) आंग सान सूची (Aung San Suu Kyi) ने पार्लीमेंट में पहली बार तक़रीर के मौक़ा से इस्तिफ़ादा करते हुए मुल्क के ग़ुर्बत ज़दा नसली अक़ल्लीयतों ( अल्पसंखयको) के हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ (हिफाजत) के लिए क़ानूनसाज़ी का मुतालिबा किया।
नोबल ईनाम-ए-याफ़्ता और जमहूरीयत के लिए जद्द-ओ-जहद करने वाली सूची ने नसली अक़ल्लीयतों के ख़िलाफ़ तास्सुब ख़त्न करने और एक हक़ीक़ी जमहूरी ( प्रजातंत्र) मुल्क के उभार पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि मुसावात, एहतिराम बाहमी और समझौते के जज़बा को बुनियाद बनाया जाना चाहीए।
उन्होंने क़ानून साज़ों से मुतालिबा किया कि ज़रूरी क़ानूनसाज़ी करते हुए नसली अक़ल्लीयती शहरीयों के हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ ( हिफाजत) के लिए मौजूद क़वानीन ( कानूनों) में तरमीम ( तब्दीली) करें।