हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों के निलंबन को लेकर हंगामा

   

शिमला, 2 मार्च । हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री सहित पांच कांग्रेस विधायकों के निलंबन को लेकर मंगलवार को जोरदार हंगामा हुआ।

कांग्रेस विधायकों को निलंबित किए जाने के बाद से विधानसभा का बजट सत्र हंगामे की भेंट चढ़ रहा है।

निलंबन रद्द करने की मांग के बीच, सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक होती देखी गई। इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बर्हिगमन किया।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जहां इसे राज्य के इतिहास की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया, वहीं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मांग की कि अगर वे इस मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं तो फिर कांग्रेस के सदस्यों को अपनी शर्मनाक हरकत के लिए राज्यपाल से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ कथित रूप से हाथापाई किए जाने के बाद शुक्रवार को अग्निहोत्री के साथ ही चार अन्य कांग्रेस विधायकों- हर्षवर्धन चौहान, सतपाल रायजादा, सुंदर सिंह और विनय कुमार को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।

हंगामे के बीच मंगलवार को कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह और सदन के उपाध्यक्ष हंस राज के बीच मौखिक युद्ध देखने को मिला।

मंगलवार की सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस सदस्य सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चर्चा का प्रस्ताव रखा और कांग्रेस सदस्यों के निलंबन को रद्द करने की मांग की। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।

उन्होंने कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कार्रवाई को अवैध करार दिया और कहा कि कांग्रेस की गलती नहीं थी और अगर कोई घटनाओं के अनुक्रम से जाता है, तो घटना के लिए सरकार जिम्मेदार मिलेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है।

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