यह घटना राचकोंडा कमिश्नरेट की मीरपेट पुलिस थाना सीमा के तहत हुई। “दरवाजा मत खोलो प्लीज” दरवाजे पर चिपके एक कागज पर लिखा था। पेपर पर नज़र रखने वाले पड़ोसियों को संदेह बढ़ गया और उन्होंने पुलिस को सतर्क कर दिया, जिससे परिवार के सभी चार सदस्यों को मृत पाया गया। उनकी पहचान स्वर्ण बाई (60), बेटी स्वप्ना (28) और बेटे, हारिस (30) और गिरीश (25) के रूप में हुई। पुलिस ने रिश्तेदारों को सूचित किया और उनसे और पड़ोसियों से विवरण इकट्ठा करके जांच शुरू की।
यह घटना राचकोंडा कमिश्नरेट की मीरपेट पुलिस थाना सीमा के तहत हुई। “दरवाजा मत खोलो प्लीज” दरवाजे पर चिपके एक कागज पर लिखा था। पेपर पर नज़र रखने वाले पड़ोसियों को संदेह बढ़ गया और उन्होंने पुलिस को सतर्क कर दिया, जिससे परिवार के सभी चार सदस्यों को मृत पाया गया। उनकी पहचान स्वर्ण बाई (60), बेटी स्वप्ना (28) और बेटे, हारिस (30) और गिरीश (25) के रूप में हुई। पुलिस ने रिश्तेदारों को सूचित किया और उनसे और पड़ोसियों से विवरण इकट्ठा करके जांच शुरू की।