अंबरपेट मस्जिद मामला : एक और अयोध्या जैसा मुद्दा खड़ा करने का प्रयास- बीजेपी विधायक राजा सिंह

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गोशामहल के विधायक  राजा सिंह ने अंबरपेट में सड़क विस्तारण के लिए ढहाए गए चिकेन सेंटर की जमीन होने के वक्फ बोर्ड और एमआईएम नेताओं के दावे को बकवास बताया और कहा कि वक्फ बोर्ड और एमआईएम के नेता यहां अनावश्यक एक नया विवाद खड़ा कर रहे हैं।

राजा सिंह ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में कहा कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने अंबरपेट में सड़क विस्तारण के तहत जो चिकेन सेंटर ढहाया था, उसके मालिक का नाम मकबूल है। भाजपा विधायक ने बताया कि जीएचएमसी ने मकबूल और उसके भाई को इस जमीन के एवज में 2.54 करोड़ रुपये देने के बाद ही उसे तोड़ा है।

उन्होंने कहा कि एमआईएम के नेता व वक्फबोर्ड इस जमीन पर इससे पहले एक मस्जिद होने का दावा कर रहे हैं, जबकि यह कतई सच नहीं है। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर मकबूल का परिवार दशकों से रह रहा है। उन्होंने कहा कि एमआईएम उद्देश्यपूर्वक यहां एक नई समस्या खड़ी करने की कोशिश कर रही है, अगर ऐसा होता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि एमआईएम यहां अंबरपेट में एक और अयोध्या जैसा मुद्दा खड़ा करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर कुछ गलत हो रहा है तो उसके खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार हर नागरिक का हक है। उन्होंने सरकार और पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया कि चिकेन सेंटर की जमीन पर कोई नया ढांचा नहीं बनना चाहिए और बना तो हमें उसे ढहाना भी आता है।

उल्लेखनीय है कि रविवार को नगर के अंबरपेट में शुरू किया गया शेड का निर्माण विवादास्पद बन गया है। एक गुट के लोगों ने शेड का निर्माण शुरू किया, तो दूसरे गुट के लोगों ने उसे रोक दिया। इसी बात को लेकर दो गुटों के बीच झड़प हुई और दोनों एक-दूसरे पर पथराव किया। इस हमले में इंस्पेक्टर, कांस्टेबल सहित कुछ अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।

शहर के गोलनाका से छह नंबर रोड, श्रीरमणा चौराहे के रास्ते अंबरपेट तक ब्रिज के निर्माण के लिए तैयारियां चल रही हैं। सड़क विस्तारीकरण के तहत जीएचएमसी अबंरपेट के सर्कल-16 टाउन प्लानिंग विभाग के अधिकारियों ने एक चिकेन सेंटर को तोड़कर उसके बदले में तीन लोगों में 2.54 करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया है। चिकेन सेंटर की जमीन पर अध्यात्मिक स्थल होने का हवाला देते हुए एक गुट के लोग विगत कुछ समय से आंदोलन करते रहे हैं।

इसी क्रम में रविवार शाम को उक्त गुट के नेताओं ने शेड का निर्माण शुरू किया और यही विवाद का कारण बना। स्थानिय लोगों ने शेड का निर्माण रुकवा दिया। इसी बात को लेकर दोनों गुटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई और दोनों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी की।