एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि, प्रणव के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। एसएसपी ने कहा कि अंसल ग्रुप ने न केवल गरीबों को ठगा है, बल्कि अर्धसैनिक बलों के जवानों को धोखा दिया है।
नैथानी ने कहा कि प्रणव खुद के खिलाफ एलओसी नोटिस जारी होने से अनभिज्ञ थे और वह पूरा पैसा लेकर देश छोड़कर भागने की फिराक में थे। उन्हें आपराधिक विश्वासघात, ठगी और धोखाधड़ी सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं में हिरासत में लिया गया है।
प्रणव अंसल के विरूद्ध विभूतिखण्ड थाने में 406, 420, 467, 468, 471, 504, 506 की धाराओं में एफआईआर दर्ज है।
ठगी के आरोपी अंसल एपीआई के उपाध्यक्ष प्रणव अंसल की गिरफ्तारी पर कंपनी ने कहा है कि वह देश से नहीं भाग रहे थे। शुक्रवार को उनकी लंदन से वापसी थी। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, प्रणव के खिलाफ लुकआउट नोटिस तीन एफआईआर पर आधारित है, जिनमें से एक को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया और अन्य दो केस शिकायतकर्ता के साथ सुलझा लिए गए हैं।
समझौते का दस्तावेज हाईकोर्ट और पुलिस के पास भी जमा करवा दिया गया है। इसके बावजूद एलओसी अब भी वापस नहीं हुआ। हम खरीदारों से बाकी के विवाद भी हल करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।