पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए से किसी तरह की छेड़छाड़ की गई तो जम्मू-कश्मीर को भारत का अंग बनाने वाली संधि अमान्य हो जाएगी।
महबूबा ने आगाह किया कि यदि विशेष प्रावधान को रद किया जाता है तो हालात बिगड़ने के लिए कश्मीरियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।
Valley rife with speculation about status of Article 35. Before taking a decision, GoI must consider-
1. J&K was the only Muslim majority state that chose a secular India over Pak during partition.
2. Article 370 is the constitutional connection between J&K & Indian Union.— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर और भारत के बीच संवैधानिक संपर्क है। इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन (जम्मू-कश्मीर को भारत का अंग बनाने वाला दस्तावेज) अनुच्छेद 370 पर निर्भर करता है, जो अनुच्छेद 35 ए से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है।
3. Instrument of accession is contingent on Article 370 which is inextricably linked to Article 35 A.
4. Any tampering will render Treaty of Accession null & void.— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
इसमें किसी छेड़छाड़ से ट्रीटी ऑफ एक्सेशन (जम्मू-कश्मीर को भारत का अंग बनाने के लिए की गई संधि) अमान्य हो जाएगी।
कहा कि घाटी में अनुच्छेद 35 ए को लेकर तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है। कोई भी फैसला करने से पहले केंद्र सरकार को इस बात पर निश्चित तौर पर विचार करना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर ही एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य है जिसने विभाजन के दौरान पाकिस्तान की बजाय धर्मनिरपेक्ष भारत के साथ जाने का रास्ता चुना।
कहा कि आक्रोशित होकर बोलने वाले और इसे रद करने की मांग करने वालों को जल्दबाजी में लिए गए फैसले के बाद की घटनाओं के लिए कश्मीरियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।