कांग्रेस नेता शशि थरूर अपनी लेखनी में अंग्रेजी भाषा के ‘भारी-भरकम’ शब्दों को शुमार करने के लिए जाने जाते हैं। कई बार तो वो ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जिसे बहुत से लोगों ने सुना ही नहीं होता या फिर वे उसके मायने नहीं जानते। इस बार भी थरूर ने कुछ ऐसा ही किया जब उन्होंने इसी अंदाज में लेखक चेतन भगत की प्रशंसा की।
Superb piece by @chetan_bhagat on all that ails our country & what we should do about it. Chetan’s great virtue is the simplicity and directness of his writing. His message is clear & I hope his fans in the government act on it. https://t.co/j6vDHCe0SS
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 13, 2020
थरूर ने दरअसल भगत के एक लेख की तारीफ ट्वीट पर की। चेतन भगत ने इस पर थरूर से अनुरोध किया कि वह उनकी ”बड़े शब्दों” में प्रशंसा करें, जो आप ही कर सकते हैं। इस अनुरोध के कुछ ही समय बाद थरूर ने अपने ट्वीट में भगत की प्रशंसा करते हुए ‘सीसेक्लेडेलियन’ और ‘लिम्पिड पर्स्पकैसटी’ जैसे शब्दों का उपयोग किया।
Sure, @chetan_bhagat! It’s clear you are not sesquipedalian nor given to rodomontade. Your ideas are unembellished with tortuous convolutions & expressed without ostentation. I appreciate the limpid perspicacity of today’s column. https://t.co/GI3mbnlion
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 13, 2020
सीसेक्लेडेलियन शब्द का अर्थ शानदार होता है तो वहीं लिम्पिड पर्स्पकैसटी का तात्पर्य पारदर्शी तरीके से चीजों की तह तक पहुंचने की शक्ति होता है। चेतन भगत ने अपने लेख में युवाओं से फोन बंद करके अर्थव्यवस्था के बारे में सवाल करने को कहा था। इस पर तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने लेख को शानदार करार दिया था।