अमेरिका की मुस्लिम सांसद उमर ने कथित तौर पर अपने उस ट्वीट (जिसमें उनपर यहूदियों के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है) से उपजे विवाद के बाद माफी मांग ली है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उनकी माफी को पर्याप्त न बताते हुए कहा है कि उन्हें अपनी टिप्पणी पर शर्मिदा होना चाहिए. बता दें कि अमेरिकी कांग्रेस में शामिल पहली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक इल्हान अब्दुल्लाही उमर ने ट्विटर पर टिप्पणी की थी जिसे उन्होंने बाद में हटा दिया और माफी मांग ली है. हालांकि उनके ट्वीट से विवाद खड़ा हो गया था और उसे यहूदियों के खिलाफ की गई टिप्पणी माना गया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी निंदा करते हुए इसे ‘‘भयानक बयान’’ करार दिया.
Listening and learning, but standing strong 💪🏽 pic.twitter.com/7TSroSf8h1
— Ilhan Omar (@IlhanMN) February 11, 2019
इतिहास की नहीं है जानकारी!
उमर नवंबर में डेमोक्रेट सदस्य के रूप में प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं. रविवार को उन्होंने एक ट्वीट में प्रभावशाली अमेरिकन इजराइल पब्लिक अफेयर्स कमेटी (एआईपीएसी) और कांग्रेस सदस्यों के बीच वित्तीय संबंध पर सवाल खड़ा किया था. अपने ट्वीट में 37 वर्षीय उमर ने एक रिपब्लिकन आलोचक को प्रतिक्रिया देते हुए और बेंजामिन फ्रैंकलिन की तस्वीर वाले 100 डॉलर के नोट का जिक्र करते हुए कहा था कि यह धन का मामला है. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, ‘यहूदियों के प्रति दुर्भावना एक वास्तविकता है और मैं यहूदी सहयोगियों और सहकर्मियों की आभारी हूं जो मुझे यहूदी विरोध के दुखद इतिहास के बारे में शिक्षित कर रहे हैं.
माफी पर्याप्त नहीं
उनके ट्वीटों पर शीर्ष डेमोक्रेट नेताओं की ओर से माफी की मांग उठने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘अपने निर्वाचकों या यहूदी समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाने का मेरा कभी भी कोई इरादा नहीं रहा. इसलिए मैं माफी मांगती हूं.’’ इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को एअरफोर्स वन में सवार संवाददाताओं से कहा कि माफी पर्याप्त नहीं है. राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि उन्हें (उमर) खुद पर शर्मिंदा होना चाहिए. मेरा मानना है कि यह भयानक बयान है और मुझे नहीं लगता कि माफी पर्याप्त है’. हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी के नेतृत्व में डेमोक्रेटिक नेताओं ने उमर के ट्वीटों को अत्यंत आपत्तिजनक बताया.