अमेरिकी कांग्रेस ने रक्षा खर्च बिल पर ट्रंप के वीटो को पलटा (लीड-1)

   

वाशिंगटन, 2 जनवरी । अमेरिकी कांग्रेस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा खर्च पर लाए गए एक विधेयक के वीटो को पलट दिया है। ऐसा पहली बार उनके राष्ट्रपति पद पर रहते हुए हुआ है। रक्षा खर्च का यह बिल 740.5 बिलियन डॉलर का है।

रिपब्लिकन नियंत्रित सीनेट ने इस पर बहस करने के लिए नए साल के पहले दिन सत्र आयोजित किया, जिसे पहले से ही प्रतिनिधि सभा द्वारा वोट दिया गया था। बीबीसी ने बताया कि 740 बिलियन डॉलर का बिल आने वाले साल के लिए रक्षा नीति को बढ़ावा देगा।

ट्रंप, जो कुछ हफ्तों में कार्यालय छोड़ने वाले हैं, ने बिल में कुछ प्रावधानों पर आपत्ति जताई थी।

सीनेट ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) के लिए 81-13 से मतदान किया। दोनों सदनों में राष्ट्रपति के वीटो को पलटने के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है।

ट्रंप ने उन प्रावधानों का मुद्दा उठाया था जो अफगानिस्तान और यूरोप से सेना की वापसी को सीमित करती हैं और कन्फेडरेट नेताओं के नामों को सैन्य ठिकानों से हटा देती हैं।

वह यह भी चाहते थे कि बिल सोशल मीडिया कंपनियों के लिए देयता शील्ड को निरस्त कर दे।

बहस शुरू होने से पहले, सीनेट रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल ने कहा कि वह बिल पारित करने के लिए संकल्पित हैं।

इस बात पर सीनेट का ध्यान केंद्रित है कि – उस वार्षिक रक्षा कानून को पूरा करना जो हमारे बहादुर पुरुषों और महिलाओं की देखभाल करता है, जो वर्दी पहनना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, हमने इस कानून को 59 वर्षों से पारित किया है। और एक तरह से हम 60वें वार्षिक एनडीएए को पूरा करने जा रहे हैं और रविवार को इस कांग्रेस के समापन से पहले इसे कानून बनाएंगे।

बाद में ट्रंप ने विशेष रूप से देयता संरक्षण के मुद्दे पर वोट का जवाब दिया।

उन्होंने ट्विटर पर कहा, हमारे रिपब्लिकन सीनेट धारा 230 से छुटकारा पाने का अवसर चूक गए, जो बिग टेक कंपनियों को असीमित शक्ति देता है। दयनीय!

अमेरिकी कांग्रेस से पारित बिल को कानून में तब्दील करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के हस्ताक्षर की जरूरत पड़ती है।

अमेरिका में राष्ट्रपति किसी भी बिल पर वीटो लगा कर इसे कानून बनने से रोक सकते हैं।

हालांकि कांग्रेस प्रतिनिधि राष्ट्रपति के वीटो को रद्द कर सकते हैं और कांग्रेस के दोनों सदनों में दो-तिहाई मतों से कानून को लागू कर सकते हैं।

वोट के बाद, हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने कहा कि ट्रंप का वीटो एक ऐसी लापरवाही है जो हमारे सैनिकों को नुकसान पहुंचाती है, हमारी सुरक्षा को खतरे में डालती है और कांग्रेस की इच्छा की अवहेलना करती है।

उन्होंने एक बयान में कहा, ऐसे समय में जब हमारे देश को बड़े पैमाने पर साइबर हमले के लिए टारगेट किया जा रहा है, राष्ट्रपति की गैरजिम्मेदाराना हरकत के पीछे के तर्क को समझना कठिन है।

ट्रंप ने पहले आठ विधेयकों पर वीटो का इस्तेमाल किया था, जिस पर कांग्रेस ने भी मुहर लगाई थी। लेकिन ये पहली बार हुआ है कि ट्रंप के वीटो को अमेरिकी कांग्रेस ने पलट दिया है।

ट्रंप 20 जनवरी को कार्यालय छोड़ने वाले हैं और उनकी जगह जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

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