आईआईटी-मद्रास के स्टार्टअप, एआईसीटीई ने साझेदारी की, 10 लाख भारतीय सीखेंगे कोडिंग

   

चेन्नई, 31 मार्च । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के स्टार्टअप जीयूवीआई (गूवी) ने बुधवार को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के साथ मिलकर एआई-फॉर-इंडिया 1.0 नामक एक दिवसीय निशुल्क कार्यशाला के माध्यम से 10 लाख भारतीयों को कोडिंग के साथ प्रशिक्षित करने की घोषणा की।

एआई-फॉर-इंडिया 1.0 एक ऑनलाइन कोडिंग इवेंट है और यह छात्रों, आईटी एवं गैर-आईटी पेशेवरों के साथ ही 8 से 80 वर्ष के आयु वर्ग में किसी भी इच्छुक प्रतिभागी के लिए कोडिंग के लिए खुला है। यह 24 अप्रैल 2021 को आयोजित किया जाना है।

संस्था के अनुसार, इस आयोजन से ऑनलाइन आयोजित सबसे बड़ी कोडिंग कार्यशाला के लिए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने की उम्मीद है।

शिक्षा मंत्रालय के मुख्य समन्वयक अधिकारी, एआईसीटीई, बुद्ध चंद्रशेखर ने एक बयान में कहा, हम गूवी के साथ मिलकर एक पहल लेकर आए हैं, जो कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में 10 लाख छात्रों को अपग्रेड करने के लिए नीट (नेशनल एजुकेशन अलायंस फॉर टेक्नोलॉजी) के लिए चुने गए हैं।

चंद्रशेखर ने कहा, हमारा सहयोग निश्चित रूप से एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेंगा।

इसके लिए पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुके हैं और यह गूवी की एआई-फॉर-इंडिया वेबसाइट पर किया जा सकता है।

इस कार्यशाला में, प्रतिभागी उद्योग के विशेषज्ञों से पायथन का उपयोग करके एक चेहरा पहचान ऐप बनाना सीख सकते हैं।

इस ऑनलाइन कोडिंग वर्कशॉप से विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों की भागीदारी की उम्मीद है।

सभी प्रतिभागी गूवी के पायथन कोर्स तक मुफ्त पहुंच प्राप्त करेंगे, जो उन्हें पायथन प्रोग्रामिंग भाषा की अवधारणाओं को समझने में मदद करेगा।

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