जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकियों के साथ गिरफ्तार किए गए डीएसपी दविंदर सिंह को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सांप्रदायिक बयान दिया है. इस बयान को लेकर वह विवादों में आ गए हैं.
Had #DavindarSingh by default been Davindar khan ,the reaction of troll regiment of RSS would have been more strident and vociferous. Enemies of our country ought to be condemned irrespective of Colour, Creed, and Religion.
(1/3)— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) January 14, 2020
अधीर रंजन चौधरी ने दविंदर सिंह पर तीन हिस्सों में ट्वीट किए. उन्होंने पहला ट्वीट किया- ‘कुलगाम में हिजुबल आतंकियों के साथ गिरफ्तार हुए पुलिस अधिकारी का नाम इत्तेफाक से दविंदर सिंह है. अगर दविंदर खान होता, तो विवाद बढ़ता. इस बारे में आरएसएस के ट्रोल रेजिमेंट को साफ-साफ और स्पष्ट शब्दों में जवाब देना चाहिए. मजहब, रंग और कर्म को किनारे रखते हुए देश के ऐसे दुश्मनों की एकसुर में आलोचना की जानी चाहिए.’
चौधरी ने इसी को लेकर दूसरे ट्वीट में कहा, घाटी में जो मामला सामने आया है, वो हमारे लिए बड़ी चिंता की बात है. ऐसी चीजों को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता। सवाल ये भी है कि पुलवामा जैसी आतंकी घटनाओं के पीछे असली दोषी कौन थे? इस पर भी नए सिरे से विचार करने की जरूरत है. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के कुलगाम में एक गाड़ी से हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों के साथ डीएसपी सिंह सफर कर रहे थे. रविवार को चेकिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियों के साथ डीएसपी को भी गिरफ़्तार किया. जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने इसके बाद कहा, देवेंदर सिंह ने आतंकवाद विरोधी अभियान में काम किया है, जिन परिस्थितियों में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, वह एक जघन्य अपराध है. वो आतंकियों को बिठाकर गाड़ी पर ले जा रहे थे, इसलिए उनके साथ आतंकी जैसा ही सलूक किया गया है.