विश्वकप में पहली बार कोई खिताबी मुकाबला सुपर ओवर में पहुंचा। सुपरओवर में मैच जाने के बाद इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के सामने 16 रन का लक्ष्य रखा था, यहां पर भी स्कोर टाई ही रहा, लेकिन ज्यादा बाउंड्री लगाने के चलते इंग्लैंड मुकाबले का विजेता घोषित किया गया। इंग्लैंड ने पूरे मैच में 26 बाउंड्री लगाईं और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की 50 ओवर में 8 विकेट पर 241 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम भी 50 ओवर में 241 रन ही बना सकी। मैच का फैसला सुपर ओवर में हुआ। नाबाद 84 रन बनाने वाले बेन स्टोक्स प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
27 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड ने 1992 में ग्राहम गूच की कप्तानी में फाइनल खेला था, लेकिन इमरान खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान ने उसे विजेता की ट्रॉफी नहीं उठाने दी थी और पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया था। मगर इस बार इंग्लिश टीम ने अपनी सरजमीं पर खिताब जीतकर फैंस को खुश होने का मौका दिया।
27 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड ने 1992 में ग्राहम गूच की कप्तानी में फाइनल खेला था, लेकिन इमरान खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान ने उसे विजेता की ट्रॉफी नहीं उठाने दी थी और पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया था। मगर इस बार इंग्लिश टीम ने अपनी सरजमीं पर खिताब जीतकर फैंस को खुश होने का मौका दिया।