पढ़िए ये रिपोर्ट, धारा 370 हटने के बाद कैसी है घाटी की स्थिति?

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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने और राज्य को दो हिस्सों में बांटने के केंद्र सरकार के फैसले के अगले दिन यानी मंगलवार को वहां शांति बनी रही. शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों एवं रोक के बीच राज्य के तीनों क्षेत्रों में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है. इस बीच सेना के शीर्ष कमांडर ने श्रीनगर में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता की और शत्रुतापूर्ण मंसूबों को नाकाम करने के लिए उच्च स्तर की तैयारी का आश्वासन दिया.

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने श्रीनगर से बताया कि राज्य के किसी भी स्थान से अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली है. सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति ‘पूरी तरह शांतिपूर्ण’ है. श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि शहर में जिन लोगों को अत्यावश्क काम पड़ रहा है उन्हें सख्त प्रतिबंधों के बावजूद आने-जाने की इजाजत दी जा रही है. यहां कुछ ही फोन एवं इंटरनेट कनेक्शन काम कर रहे हैं.

सोमवार की रात जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और किसी भी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए लगातर निगरानी एवं तैयारी रखने की जरूरत पर जोर दिया. राजभवन के एक प्रवक्ता के अनुसार राज्यपाल ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की और राज्य में सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया.

उधर, सेना ने कहा कि उत्तर कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सुरक्षा एजेंसियों के कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता की और इस बैठक में सेना, पुलिस, अर्धसैनिक और खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. उत्तरी कमान ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, ‘‘उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने श्रीनगर में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता की और किसी भी तरह की शत्रुतापूर्ण मंसूबों को नाकाम करने के लिए उच्च स्तर की तैयारी का आश्वासन दिया. वहीं जम्मू-कश्मीर में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों के समन्वित प्रयासों की सराहना की.’’

उत्तरी कमान के ट्विटर अकाउंट पर बैठक की एक तस्वीर भी साझा की गई. जम्मू-कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में मंगलवार को भी कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगे रहे. अधिकारी सरकार के फैसले के बाद स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हैं. अधिकारियों ने श्रीनगर और जम्मू सहित राज्य भर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है और बड़ी संख्या में सेना की तैनाती की गई है.