विपक्षी दलों और कई अर्थशास्त्रियों का दावा है कि देश आर्थिक मंदी की चपेट में है. आज पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत बहुत ही चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से वृद्धि की संभावनाएं हैं लेकिन मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन के कारण यह नरमी आयी है.
अर्थव्यवस्था पर बीजेपी बचाव की मुद्रा में है. इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है.
केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा।
वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार……. pic.twitter.com/6pu1xkqzWP
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 1, 2019
बिहार के वित्त मंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा.”
उन्होंने कहा, ”वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.” सुशील मोदी ने कहा, ”बिहार में मंदी का खास असर नहीं है इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी. केंद्र सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है.”