ईरान और सऊदी अरब के बीच फंस गया है पाकिस्तान!

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पाकिस्तान की सेना ने भारत के इलाक़े पुलवामा और इस्लामी गणतंत्र ईरान इलाक़े ज़ाहेदान में होने वाले आतंकी हमलों के बारे में अपना पक्ष रखा। पाकिस्तान की सेना के जन संपर्क विभाग के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर ने कहा कि 14 फ़रवरी को पुलवामा में भारतीय सेना को कश्मीरी युवा ने निशाना बनाया और जैसा होता आया है कि घटना के तत्काल बाद पाकिस्तान के ऊपर भारत ने बिना सोचे समझे और बग़ैर किसी सुबूत के आरोपों की बारिश कर दी।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस घटना के बारे में कोई प्रतिक्रिया देने के लिए थोड़ा समय लिया और समय इसलिए लिया कि जो आरोप लगाए गए थे उनके बारे में अपने तौर पर जांच की और फिर प्रधानमंत्री ने जवाब दिया।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इमरान ख़ान ने पुलवामा घटना पर बयान देने में देरी की वजह यह बताई थी कि घटना के समय उनकी सरकार सऊदी क्राउन प्रिंस की मेज़बानी में व्यस्त थी और यह दौरा चूंकि पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण था अतः वह नहीं चाहते थे कि पुलवामा घटना पर बयान देकर सबका ध्यान उस घटना की ओर केन्द्रित करवाएं।

पाकिस्तान के जन संपर्क विभाग के डायरेक्टर जनरल कहा कि भारत ने आज तक पाकिस्तान के अस्तित्व को स्वीकार नहीं किया है। आसिफ़ ग़फ़ूर ने कहा कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाता रहा है।

उन्होंने कहा कि पुलवामा घटना पर प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने जो प्रस्ताव दिया है वह पहले कभी नहीं दिया गया जबकि जब भी हम वार्ता की बात करते थे तो भारत कहता था कि आतंकवाद पर बात करें और प्रधानमंत्री ने यह भी प्रस्ताव दे दिया कि हम इस पर भी बात करने को तैयार हैं।

एक सवाल के जवाब में आसिफ़ ग़फ़ूर ने कहा कि आप भारत को ईरान के साथ नहीं मिला सकते, भारत से हमारा 70 साल पुराना विवाद है जबकि ईरान दोस्त इस्लामी देश है। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि ईरान में होने वाली घटना पर पाकिस्तान ईरान सीमा, वहां पर मौजूद नेतृत्व और सुरक्षा बलों से संपर्क है और सीमा की स्थिति को मिल कर बेहतर करेंगे।