ईरान की मीडिया ने बताया कि संसद ने एक विधेयक को मंजूरी दी है जिसमें अमेरिका की पूरी फौज को आतंकवादी बताया गया है। ईरान के सांसदों ने पिछले हफ्ते एक विधेयक को मंजूरी दी थी जिसमें मध्य-पूर्व में अमेरिकी फौज को आतंकवादी बताया गया था जिसके बाद यह विधेयक पेश किया गया है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, इससे पहले अमेरिका ने ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड को आतंकवादी बताया था। अर्द्ध सरकारी इसना संवाद समिति ने खबर दी कि मंगलवार को सत्र में 215 सांसदों में से 173 ने मतदान किया।
Iran's parliament approves bill labeling US army as 'terrorist' https://t.co/yuIMfyOBEq pic.twitter.com/JezFWWzpZg
— Al Jazeera English (@AJEnglish) April 23, 2019
विधेयक में यह भी मांग की गई है कि ईरान की सरकार उन अन्य सरकारों के खिलाफ भी अनिर्दिष्ट कार्रवाई करे जो औपचारिक रूप से अमेरिका के उस पदनाम का समर्थन करते हैं जो उसने ईरान की सेना के लिए दिया है। सऊदी अरब, बहरीन और इस्राइल ने ट्रम्प प्रशासन के पदनाम का समर्थन किया है।
ईरान में ‘रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर’ की स्थापना 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद हुई थी। फिलहाल रिवॉल्यूशनरी गार्ड में करीब सवा लाख सैनिक हैं। शुरुआत में यह सैन्य इकाई ईरान में केवल आंतरिक बल के तौर पर ही काम करती थी।
लेकिन 1980 में जब इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन ने ईरान पर हमला किया तो इस रिवॉल्यूशनरी गार्ड की ताकत को बढ़ा दिया गया। तब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह खोमेनी ने इस सैन्य बल को खुद की जमीन, नौसेना और वायु सेनाएं दे दीं।