ईरान ने जेल में बंद मानवाधिकार कार्यकर्ता को आठ वर्ष बाद रिहा किया

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ईरान ने सजा-ए-मौत के खिलाफ अभियान चलाने वाली प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता नर्गिस मोहम्मदी को जेल से रिहा कर दिया है। ईरान की मीडिया ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अर्ध सरकारी समाचार समिति आईएसएनए ने न्यायिक अधिकारी सादिक नियारकी के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि मोहम्मदी को साढ़े आठ वर्ष की कैद के बाद बुधवार को देर रात रिहा कर दिया गया। उन्हें 2016 में 10 वर्ष की कैद की सजा सुनाई गई थी।

नियारकी ने कहा कि मोहम्मदी को उस कानून के तहत रिहा किया गया जो कहता है कि अगर संबंधित अदालत राजी हो तो किसी कैदी की सजा कम की जा सकती है।

गौरतलब है कि मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मोहम्मदी के गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्हें शीघ्र रिहा करने की मांग जुलाई माह में की थी। बृहस्पतिवार को जारी बयान में मोहम्मदी के स्वास्थ्य के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

मोहम्मदी को ईरान की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाले अपराध की योजना बनाने, सरकार के खिलाफ प्रचार करने आदि आरोपों पर तेहरान की रिवॉल्यूशनरी कोर्ट ने सजा सुनाई थी।