ईरान में इस्लामिक क्रांति के 40 साल: अमेरिका के नहीं चाहते हुए भी किया रिकॉट विकास!

   

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा है कि पिछले 40 वर्षों से अमेरिका का एक ही सपना रहा है और वह यह कि किस तरह ईरान को हरा सके, लेकिन इन चालीस साल में अमेरिका के भाग्य में केवल हार ही हार रही है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़ इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने अपने ताज़ा ट्वीट के ज़रिए कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को अपनी पराजित नीतियों का एक बार गंभीरता से जाएज़ा लेना चाहिए।

विदेश मंत्री ने अपने ट्वीट में, ट्रम्प के उस ट्वीट की ओर इशारा किया जो उन्होंने फ़ार्सी भाषा में किया था और उसमें 11 फ़रवरी की रैलियों में बड़ी संख्या में भाग लेने वाली ईरानी जनता को कोसा था, कहा कि अमेरिकी अधिकारी आज भी इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि वे ईरानी राष्ट्र को पराजित नहीं कर सकते हैं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के के अनुसार, मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि ईरान की महान जनता ने 22 बहमन अर्थात 11 फ़रवरी की रैलियों में भाग लेकर यह सिद्ध कर दिया कि वह किसी भी क़ीमत पर दुश्मनों के वर्चस्व को स्वीकार नहीं करेगी और उनके हर उस षड्यंत्रों का मुंहतोड़ जवाब देगी जिसके माध्यम से शत्रू चाहता है कि कैसे ईरान को अशांत, अस्थिर कर सके। ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि मैं ईरानी जनता की दृढ़ता को सलाम करता हूं और उनका अभिवादन करता हूं।

उल्लेखनीय है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर 11 फ़रवरी को पूरे ईरान में इस महान देश की महान जनता ने इतनी भारी संख्या में सड़कों पर निकलकर इस्लामी गणतंत्र ईरान की इस्लामिक व्यवस्था और गणतंत्र पर अपना विश्वास जताया और उस संकल्प को दोहराया कि वे हर तरह के परेशानियों का मुक़ाबला करने के लिए तैयार हैं लेकिन दुश्मन के आगे कभी नहीं झुकेंगे।