ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी

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तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए अमेरिका ने ईरान से दो टूक कहा है कि वह सभी अमेरिकी कैदियों को छोड़ दे। दरअसल, ऐसी रिपोर्टें सामने आई हैं जिनमें कहा गया है कि ईरान के सभी प्रांत इस घातक वायरस की चपेट में हैं और सभी ईरानी जेलों में भी कोरोना वायरस फैल गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि किसी भी अमेरिकी कैदी की मौत जिम्मेदार ईरान होगा। ऐसी स्थिति में हम कड़ा रुख अख्तियार करेंगे।

पोम्पिओ ने कहा कि ऐसी रिपोर्टें हैं कि कोरोन वायरस ईरान की जेलों में फैल गया है। यह घटना बेहद चिंताजनक है। ऐसे में हमारी मांग है कि ईरान तुरंत सभी अमेरिकी कैदियों को रिहा करे। इन खराब हालातों के बीच अमेरिकी कैदियों की हिरासत बुनियादी मानवाधिकारों की अवहेलना है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के प्रकोप का सामना करने के लिए ईरान ने अपने विशिष्ट बल रिवोल्यूशनरी गा‌र्ड्स को मैदान में उतारा है

बीते द‍िनों ईरान करीब 70 हजार कैदियों को अस्थायी तौर पर रिहा कर दिया था। इसके बाद ऐसी रिपोर्टें सामने आईं जिनमें कहा गया था कि ईरान की जेलों में भी कोरोना वायरस फैलने लगा है। ईरान ने यह नहीं बताया है कि रिहा किए जाने वाले कैदियों की वापसी कब होगी। ईरानी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में ईरान में वायरस का संक्रमण और बढ़ सकता है।

वहीं संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकार विशेषज्ञ ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए ईरान का यह कदम नाकाफी है और इसे काफी देर से उठाया गया है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में मंगलवार को कोरोना वायरस के 54 नए मामले दर्ज किए गए। बता दें कि कोरोना वायरस से ईरान में 291 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान में संक्रमित लोगों की संख्या 5,877 हो गई है।