उइगर मुसलमानों की आत्‍मा तक पर कब्जा कर लेना चाहता है चीन !

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चीन में उइगर मुसलमानों के खिलाफ किस तरह की ज्‍यादतियां की जाती हैं, इससे पूरी दुनिया वाकिफ है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन ने शिनजियांग प्रांत में 10 लाख से अधिक उइगर मुसलमानों को कैद रखा है। उन्‍हें वहां न केवल तमाम तरह की प्रताड़ना दी जाती है, बल्कि कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के सिद्धांतों को उन पर थोपने का प्रयास किया जाता है। चीन में नस्‍ली व धार्मिक आधार पर अल्‍पसंख्‍यकों के मानवाधिकारों के उल्‍लंघन को लेकर दुनियाभर में आवाजें उठती रही हैं। अब अमेरिका ने उइगर मुसलमानों के खिलाफ चीन में हो रही ज्‍यादती का हवाला देते हुए कहा है कि मौजूदा समय में चीन सर्वाधिक खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले दुनिया के देशों में से एक है।

चीन पर निशाना साधते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, ‘यह हैरान करने वाली बात है कि दुनिया की 83 फीसदी आबादी उन देशों में रहती है, जहां न केवल धार्मिक आजादी खतरे में है, बल्कि लोगों को इस संबंध में उनके अधिकारों से पूरी तरह वंचित कर दिया जाता है।’ चीन के शिनजियांग में नजरबंदी शिविरों में 10 लाख उइगर मुसलमानों के कैद होने का हवाला देते हुए उन्‍होंने कहा, ‘चीन हमारे समय में सबसे खराब मानवाधिकार रिकार्ड वाले देशों में से एक है। वाकई यह इस सदी पर एक धब्बा है।’

उइगर मुसलमानों के खिलाफ ज्‍यादती का जिक्र करते हुए पोम्पिओ ने कहा कि चीन में कम्युनिस्ट पार्टी लोगों के मन-मस्तिष्‍क को भी आजाद नहीं रखना चाहती। उन्‍होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘चीन के संविधान में धार्मिक विश्‍वास की आजादी की गारंटी का जिक्र है, पर वहां जो कुछ भी हो रहा है, क्‍या वह उसके अनुरूप है?’ धार्मिक स्वतंत्रता पर विभिन्न देशों के मंत्रियों के एक सम्मेलन में गुरुवार को अपनी बात रखते हुए पोम्पिओ ने चीन में धार्मिक आजादी व मानवाधिकारों के उल्‍लंघन के कई उदाहरण दिए।

यहां उल्‍लेखनीय है कि चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के खिलाफ ज्‍यादती की कई रिपोर्ट्स आई हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि वहां उइगर बच्‍चों को उनके परिवार से दूर रखा जा रहा है। इससे पहले ऐसी भी रिपोर्ट्स आईं, जिनमें कहा गया कि चीन में उइगर मुसलमानों को न तो अपने धार्मिक विश्‍वास के अनुरूप कपड़े पहनने और न ही नमाज अदा करने की अनुमति है। यहां तक कि उन्‍हें रमजान के महीनों में रोजा रखने की अनुमति भी नहीं दी गई। इसके अतिरिक्‍त शिनजियांग में कई मस्जिदों को ढाह दिए जाने की रिपोर्ट आई तो ऐसी भी खबरें भी आईं, जिनमें कहा गया कि उइगर मुसलमानों पर नजर रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।