एर्दोगन ने इस्लामिक स्टेट के आतंकीयों को लेकर बड़ा ऐलान किया!

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एर्दोगन ने इस्लामिक स्टेट के आतंकीयों को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
इस ऐलान के बाद तुर्की ने अहम फैसले को अंजाम देना शुरु कर दिया है। तुर्की ने इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों को वापस भेजना शुरू कर दिया है।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, इसकी शुरुआत एक अमेरिकी और कई यूरोपीय नागरिकों को उनके देश वापस भेजने से हो रही है।

तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु ने खबर दी है कि इस्लामिक स्टेट के एक जर्मन और एक डैनिश आतंकवादी को सोमवार की शाम तुर्की से प्रत्यर्पित किया जा रहा है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल काताकली के हवाले से यह खबर आई है। तुर्की का कहना है कि सात और जर्मन नागरिकों को प्रत्यर्पण केंद्र में रखा गया है और काताकली के मुताबिक उन्हें गुरुवार को भेजा जाएगा।

जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि तुर्की इस्लामिक स्टेट के सात संदिग्ध लड़ाकों को उनके दो बच्चों के साथ जर्मनी भेज रहा है।

तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोयलु ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि तुर्की इस्लामिक स्टेट के विदेशी लड़ाकों को सोमवार से उनके घर भेजना शुरू करेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्रवाई में यह नहीं देखा जाएगा कि उन लड़ाकों की नागरिकता वापस ले ली गई है या नहीं। हालांकि इसके लिए तैयारियों के बारे में और जानकारी नहीं दी गई।

तुर्की की योजना इस्लामिक स्टेट के 11 फ्रेंच लड़ाकों और दो आयरिश लड़ाकों को भी उनके देश वापस भेजने की है.

इन्हें सीरिया में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि यह गिरफ्तारी कब हुई थी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। तुर्की ने 9 अक्टूबर से सीरिया के उत्तर पूर्वी इलाके में हमला शुरू किया।

इन लोगों की गिरफ्तारी इसके बाद हुई या पहले यह भी नहीं बताया गया है. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोवान ने पिछले हफ्ते कहा था कि तुर्की के पास इस्लामिक स्टेट के 1149 लड़ाके हैं। एर्दोवान का कहना है, हमारी जेलों में 737 विदेशी नागरिक हैं।