कमलनाथ ने सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों को बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल से सिफ़ारिश की

   

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद 19 सिंधिया समर्थक विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा फैसला लेते हुए छह मंत्रियों का बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र भेजा है।

मुख्यमंत्री कमलनाथ की कुछ मंत्रियों और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ बैठक हुई। इसके बाद सिंधिया समर्थक मंत्रियों को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया। इस संदर्भ में राज्यपाल लालजी टंडन को मुख्यमंत्री की ओर से पत्र लिखा गया है।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया को बर्खास्त करने की सिफारिश की है। ज्ञात हो कि जिन 19 विधायकों ने सदस्यता से इस्तीफा भेजा है, उनमें यह मंत्री भी शामिल हैं।

19 विधायकों ने भेजे इस्तीफे

सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद मध्य प्रदेश के 19 सिंधिया समर्थक विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष कायार्लय भेजे गए हैं। इन विधायकों ने एक साथ सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी साझा की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में 19 विधायक अपने हाथ में त्यागपत्र लिए बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं।

‘देश सेवा करना संभव नहीं रह गया’

सिंधिया ने इस्तीफे में कहा कि अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है। मैं इस पार्टी में रहकर अब यह करने में अक्षम हूं। 18 साल तक कांग्रेस का सदस्य रहने के बाद अब मेरे लिए यह समय कांग्रेस छोड़ने का है। मैं अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं। आप यह बखूबी जानती हैं कि मेरे लिए यह स्थिति एक साल से अधिक समय से बन रही थी। मेरा मकसद राज्य और देश की सेवा करना रहा है। मेरे लिए कांग्रेस में रहते हुए यह करना संभव नहीं रह गया था। मैंने अपने लोगों और कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को देखते हुए यह महसूस किया कि यह सबसे अच्छा समय है कि मैं अब एक नई शुरुआत के साथ आगे बढूं।