कर्नाटक में सत्ता का नया नाटक, भाजपा विधायकों ने गुरुग्राम में डाला डेरा

,

   

लंबी सियासी नूराकुश्ती के बाद कर्नाटक में भले ही कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बन गई हो, लेकिन भाजपा के साथ सत्ता की जंग अभी भी खत्म नहीं हुई है। सत्ता के संग्राम का केंद्र इस बार बेंगलुरू नहीं बल्कि हरियाणा का गुरुग्राम बना है। भाजपा ने सीएम एचडी कुमारस्वामी पर अपने विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए इन्हें राज्य से बाहर रहने के निर्देश दिए हैं। भाजपा के 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक रिजॉर्ट में ठहराया है। बीएस येदियुरप्पा भी इनके साथ मौजूद हैं। अगले कुछ दिनों तक विधायक यहीं रहेंगे।

येदियुरप्पा के आरोप

इससे पहले सोमवार को भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.एस येदियुरप्पा ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ जद (एस) और कांग्रेस गठबंधन राज्य में उनके विधायकों को लुभाने का प्रयास कर रहा है। येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा के 104 विधायक एकजुट हैं और वे राष्ट्रीय राजधानी में डेरा डालेंगे।

वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया था कि भाजपा सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को लुभाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, उन्होंने विश्वास जताया था कि गठबंधन का कोई भी विधायक पाला नहीं बदलेगा। मुख्यमंत्री के इस बयान के कुछ घंटों बाद येदियुरप्पा ने यह दावा किया।

येदियुरप्पा ने राज्य भाजपा के विधायकों और सांसदों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि हमने नहीं बल्कि उन्होंने (जद (एस)-कांग्रेस) खरीद-फरोख्त की शुरुआत की है। हम एक या दो दिन दिल्ली में रहेंगे क्योंकि कुमारस्वामी हमारे विधायकों के साथ संपर्क करने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं और खरीद-फरोख्त शुरू हो गई है।

कुमारस्वामी दे रहे लालच: येदियुरप्पा

उन्होंने कहा कि भाजपा सतर्क और सावधान है क्योंकि मुख्यमंत्री हमारे विधायकों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुमारस्वामी भाजपा विधायकों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे है और कलबुर्गी के एक विधायक को मंत्री पद की पेशकश की गई है। येदियुरप्पा ने कहा कि बहुमत की संख्या होने के बावजूद सत्तारूढ़ गठबंधन भाजपा विधायकों को लुभाने की कोशिश में लगे हैं।

कर्नाटक से भाजपा विधायक पार्टी के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए यहां आये थे। वे राज्य से संबंधित घटनाक्रमों पर चर्चा के लिए यहीं रुक गए। येदियुरप्पा ने कहा कि हमारे विधायक एकजुट हैं। हमें किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। हमारे विधायक कह रहे हैं कि हम 2-3 दिन यहां रहें और उसके बाद अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार में एकजुटता की कमी है। वे (जद (एस)-कांग्रेस) खुद चिंतित हैं। तीन दिन पहले, मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनके पास कोई अधिकार नहीं है और एक भी अधिकारी को स्थानांतरित नहीं कर सकते हैं। राज्य में कोई विकास नहीं हुआ। उन्होंने पिछले नौ महीने बर्बाद कर दिए। कोई भी विभाग सुचारू ढंग से काम नहीं कर रहा है। उनके बीच कोई एकजुटता नहीं है।