कांग्रेस नेता का बयान- जरूरत पड़े तो बीजेपी से हाथ मिलाएं मुसलमान

,

   

कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रौशन बेग ने एक बयान सियासी हलचल बाधा दी है। लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने पार्टी छोड़ने के संकेत दिए और मुस्लिमों से अपील की कि यदि एनडीए सत्ता में वापस आती है तो वह वे परिस्थिति से समझौता करें।

बंगलूरू में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘यदि एनडीए सत्ता में वापसी करती है तो मेरी मुस्लिम भाइयों से विनम्र विनती है कि वह परिस्थिति से समझौता करना सीख लें।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या इसका मतलब यह है कि मुस्लिम भाजपा से हाथ मिला लें तो उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो जरूर क्योंकि कांग्रेस ने कर्नाटक में केवल एक मुस्लिम नेता को टिकट दिया है।

बेग ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा, ‘यदि जरूरत पड़ती है तो मुस्लिमों को हाथ मिला लेना चाहिए। हमें एक पार्टी के प्रति वफादार नहीं रहना चाहिए। कर्नाटक में मुस्लिमों के साथ क्या हुआ? कांग्रेस ने केवल एक सीट दी है।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या वह आने वाले दिनों में कांग्रेस छोड़ने का फैसला लेंगे तो उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह ऐसा करेंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यदि जरूरत पड़ती है तो मैं ऐसा करूंगा क्योंकि मुस्लिम अपमान के साथ किसी पार्टी में नहीं रह सकता है। हम अपनी जिंदगी सम्मान और गरिमा के साथ जीते हैं। जहां हमें इज्जत नहीं मिलती, हम वहीं नहीं रहना चाहते। यदि कोई हमें प्यार और अपनेपन से बिठाता है तो हम वहां बैठ जाते हैं।’

जब उनसे पूछा गया कि कर्नाटक में मुस्लिमों की वर्तमान परिस्थिति के लिए वह किसे दोषी मानते हैं तो बेग ने कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव पर फ्लॉप चुनाव अभियान कराने का आरोप लगाया। उन्होंने सिद्धारमाया पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के जो नेता आसमान में उड़ रहे हैं उन्हें जमीनी हकीकत देखनी चाहिए।

बेग का कहना है कि वह एग्जिट पोल के नतीजों से हैरान नहीं हैं क्योंकि उन्हें शुरुआत से ही पता था कि कांग्रेस को अच्छे नंबर नहीं मिलेंगे। इसकी वजह है पार्टी के लिए हुआ फ्लॉप चुनाव प्रचार अभियान।