उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद उदित राज कांग्रेस में शामिल हो गए। पिछले 24 घंटे से जारी सियासी घटनाक्रमों के बीच बुधवार सुबह उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संग मुलाकात की। महासचिव केसी वेणुगोपाल, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल होने की औपचारिकता पूरी करने के बाद उदित राज ने भाजपा पर खूब निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा को दलित वोट तो चाहिए, लेकिन दलित नेता नहीं। उन्होंने स्वीकार किया कि भाजपा टिकट देती तो चुनाव लड़ता। टिकट कटने की वजह यह है कि दो अप्रैल 2018 को जब दलित सड़कों पर आए, तो मैंने समर्थन किया।
चुप रहता तो भाजपा मुझे प्रधानमंत्री भी बना देती पर मैं चुप रहने के लिए पैदा नहीं हुआ , जब जब गरीब, दलितों , पिछड़ों, महिलाओं पर कोई संकट आएगा तो मैं उसका खुलकर विरोध करूंगा।
मेरे होते हुए देश में सभी अपने हक के साथ सर उठा कर जीयेंगे।#AbHogaNYAY #BJP_भगाओ_देश_बचाओ— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) April 25, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि 2014 में रामनाथ कोविंद मेरे पास आए थे। कहा कि मेरा कुछ कराइए। वह भी टिकट चाहते थे, लेकिन नहीं दिया। वह चुप रहे तो उन्हें राष्ट्रपति बना दिया गया। हो सकता है, मैं चुप रहता तो मुझे भी पीएम बना देते। मैं गूंगा-बहरा बन कर नहीं रह सकता।
कमल का बटन दबाएं देश को अंधकार में फिर से डुबाए।
फूल ने बनाया फूल अब ना करें कभी यह भूलइस बार नकली चौकीदार की हार#BJP_भगाओ_देश_बचाओ@INCDelhi @INCIndia @RahulGandhi
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) April 25, 2019
इससे पहले उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा कि अगर मुझे पहले बता दिया गया होता तो इतना कष्ट ना होता। पार्टी को इतना कष्ट क्यों करना पड़ा कि नामांकन के आखिरी दिन एक बजे नाम की घोषणा करनी पड़ी। पहले कह देते तो मुझे कोई तकलीफ नहीं होती। किराएदार हूं, बात मान लेना पड़ता।