किशनगंज में जानिए, AIMIM उम्मीदवार का क्या हुआ हाल?

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किशनगंज लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. मुस्लिम बहुल होने के कारण किशनगंज सीट को वीआईपी उम्मीदवारों की पसंदीदा सीट माना जाता है. बंगाल, नेपाल और बांग्लादेश की सीमा से सटा किशनगंज पहले पूर्णिया जिले का अनुमंडल था, लेकिन साल 1990 में यह जिला बन गया.

सीट पर मतगणना के दौरान मिलने वाले रुझान और अंतिम परिणाम जानने के लिए इस पेज पर बने रहें और इसे रिफ्रेश करते रहें.किशनगंज लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल को दूसरे चरण में वोट डाले गए थे.

इस संसदीय क्षेत्र में 1659489 पंजीकृत मतदाता हैं, जिसमें से 1100843 ने वोट डाला. यहां कुल 66.34 प्रतिशत वोटिंग हुई.