कुंभ मेले के दौरान AMU मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने हिन्दू श्रध्दालुओं को दिए फ्री मेडिकल सेवा

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कुंभ मेले में लगे मेडिकल कैम्प में ये बुर्कानशीं डॉक्‍टर एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की छात्रा है. कुंभ में आए साधु के बीमार होने पर छात्रा साधु का चेकअप कर रही है. कुंभ मेले के दौरान इस तरह के नज़ारे देखकर देश के सांप्रदायिक सौहार्द की खूब चर्चाएं हो रही हैं.


मेडिकल कॉलेज से कुंभ मेले में जाने वाले डॉक्टरों की लिस्ट लम्बी है. सभी डाक्टर अपने साधुओं की जरूरत और अपने हिसाब से उनका इलाज कर रहे हैं. उन्हें फ्री में दवाइयां दे रहे हैं. हालत गंभीर होने पर साधुओं को अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है.

न्यूज़ 18 हिन्दी पर छपी खबर के मुताबिक, कुंभ मेले के दौरान एएमयू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की इस टीम के जज्बे को साधु बाबाओं ने भी खूब सराहा. एक कार्यक्रम के दौरान साधुओं ने डॉक्टरों की टीम को सम्मानित भी किया. सभी डॉक्‍टर को भगवान की तस्वीर भेंटकर डॉक्टरों को उनकी सेवाओं के लिए धन्यवाद भी दिया.

एएमयू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की इस टीम को कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डीन डॉक्टरों एससी शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर कुंभ मेला, प्रयागराज के लिए रवाना किया था. टीम में शाहीन, आयशा, ताहिरा सहित कई और लेडी डॉक्टर थीं.

अलीगढ़ में ये है एएमयू का जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज. इसी कॉलेज से गई डॉक्टरों की टीम कुंभ मेले में साधु बाबाओं का इलाज कर रही है. इसी कॉलेज के कई और डॉक्टर सोच नाम की संस्था के तहत देशभर में जरूरत पड़ने पर फ्री मेडिकल कैम्प लगाते हैं.

जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों की टीम जहां कुंभ मेले के दौरान अपनी सेवाएं दे रही है वहीं उनके इस जज्बे को देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन भी उनकी पूरी मदद कर रहा है. साथ ही उनकी इस पहल की भी खूब सराहना कर रहा है.

एएमयू के पीआरओ उमर पीरज़ादा ने बताया कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम मेडिकल कॉलेज से बाहर निकलकर इस तरह से लोगों की खिदमत कर रही है. देश में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी डॉक्टरों की टीम अपनी सेवा देती है.

जानकारों की मानें तो अभी कुंभ मेले में कई और पर्व के दौरान अलग-अलग अखाड़े स्नान करने के लिए कुंभ में इकट्ठे होंगे. ऐसे ही मौकों पर एएमयू का जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ये टीम मेडिकल कैम्प में शामिल होकर साधुओं और कुंभ में आने वाले दूसरे लोगों की खिदमत करेगी.