केरल सचिवालय में आज आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। किसी के घायल होने सूचना नहीं है। वहीं, सचिवालय में आग लगने की घटना को लेकर कांग्रेस ने केरल सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि सोने के तस्करी के मामले में बहुत महत्वपूर्ण फाइले पूरी तरह से जला दी गईं हैं। अब इस मामले से जुड़ी कोई बैकअप फाइल उपलब्ध नहीं है। यह एक संदिग्ध मामला है। इस पूरी घटना के लिए राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन जिम्मेदार हैं।
आग लगने के बाद ही विपक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के विधायक धरने पर बैठ गए। विधायकों ने आरोप लगाया कि आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है। उनका कहना था कि यह पूरी कोशिश सोना तस्करी मामले से जुड़े सुबूत मिटाने की साजिश है। वहीं, विरोध प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी के केरल अध्यक्ष के सुरेंद्रन को हिरासत में ले लिया गया है।
शॉर्ट सर्किट से आग लगने का संदेह
सचिवालय के अधिकारी के अनुसार कंप्यूटर में शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लगने का संदेह है, जिसे बुझा दिया गया है। इसके साथ ही अधिकारी ने कहा कोई भी महत्वूपर्ण फाइल नष्ट नहीं हुई है। वे सभी सुरक्षित हैं। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।
केरल विधानसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि सोना तस्करी समेत अन्य मुद्दों के विरोध में कांग्रेसनीत गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की तरफ से सोमवार को केरल की वामपंथी सरकार के खिलाफ पेश किया गया था। विधानसभा के अंदर अविश्वास प्रस्ताव 40 के मुकाबले 87 मतों से गिर गया। इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर करीब नौ घंटे तक बहस चली थी। 140 सदस्यीय विधानसभा के 87 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया था, जबकि सिर्फ 40 सदस्यों ने पक्ष में वोट डाले थे।