कैराना में उल्टा पड़ा पुलवामा का असर! आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का कैराना से ग्राउंड रिपोर्ट

   

कैराना : कैराना में कुल 17 लाख वोटर हैं जिसमें मुस्लिमों की संख्या 5 लाख है और जाटों की संख्या 2 लाख है। वहीं, दलितों की संख्या 2 लाख है और ओबीसी की संख्या दो लाख है जिनमें गुर्जर, कश्यप और प्रजापति शामिल हैं। बता दें की कैराना से हिंदू परिवारों के ‘‘पलायन’’ का दावा किया था जो 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बड़ा मुद्दा बन गया था।

जहां तक कैराना लोकसभा सीट की बात है तो इसके तहत पांच विधानसभाएं आती हैं जिनमें गंगोह और नकुड़ सहारनपुर में पड़ती हैं जबकि कैराना, थाना भवन और शामली विधानसभाएं शामली ज़िले में आती हैं. नूरपुर भी यहां से लगा हुआ है. सामाजिक रूप से यहां जाट और गूजर जातियां काफी प्रभावी मानी जाती हैं जबकि सैनी, कश्यप जैसी जातियों का भी अपना राजनीतिक प्रभाव है. कैराना लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज़्यादा मुस्लिम मतदाता हैं.

पुलवामा हमले और पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक का आने वाले चुनाव पर क्या ज़मीनी असर होगा? ‘द वायर’ की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा किया और जानने की कोशिश की आम लोगों के मन की बात। देखिये कैराना से ग्राउंड रिपोर्ट.