कोरोना को जात या धर्म में न बाटे, हमसब मिलकर लड़ेंगे तभी इस महामारी को जीत सकते हैं- सीएम जगन

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन जमात-ए-मरकज में हिस्सा लेकर लौटने वालों में अधिकांश कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाना बहुत ही दुख की बात है। उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए कोई जात या धर्म का भेदभाव नहीं होता। इसलिए हमसब मिलकर लड़ेंगे तभी इस महामारी को जीत सकते हैं। देशभर के अन्य राज्यों के साथ-साथ आंध्र में बढ़ते कोरोना कहर के बीच मुख्यमंत्री ने आज राज्य के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेन्स बनाए रखते हुए कोरोना पर जंग छेड़ने की अपील की।

मिलकर कोरोना से लड़ने की जरूरत

सीएम जगन ने कहा, ‘ दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अनेक देशों के प्रतिनिधि पहुंचे थे और उनमें से कुछ कोरोना संक्रमित होने से हमारे देश के प्रतिनिधियों में भी कोरोना का संक्रमण हुआ है। हमारे देश में भी कई अध्यात्मिक केंद्र हैं और किसी  भी अध्यात्मिक केंद्र में इस तरह की घटनाएं घट सकती हैं। इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण मानना चाहिए न कि किसी एक को दोष नहीं देना चाहिए। ऐसे वक्त में सभी भारतियों को एकजुट होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोरोना को जाति, धर्म या क्षेत्रवाद से कोई लेना-देना नहीं होता। नंगी आंख से नहीं दिखाई देने वाले दुश्मन से हम लड़ रहे हैं। इसलिए सभी को मिलकर लड़ना है। यह नहीं समझना चाहिए कि कोरोना संक्रमितों ने कोई गलती की है और हमसबको उनके प्रति प्यार दिखाना चाहिए। उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के मुताबिक कल रविवार शाम 9 बजे 9 मिनट के लिए दीया और कैंडल जलाने के  लिए कहा।

उन्हें मिलेगा पूरा वेतन
सीएम जगन ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में फ्रंट लाइनर रहे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस और सफाई कर्मचारियों की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि चिकित्सा, स्वास्थ्य, पुलिस और सफाई कर्मचारियों को और प्रोत्साहन और सहायता करने की दिशा में उन्हें पूरा वेतन दिया जा रहा है। मौजूदा परिस्थितियों में पूरा वेतन देना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन बावजूद हमने उनके साथ खड़े होने का निर्ण लिया है। सीएम ने कहा कि अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों का वेतन स्थागित किया गया और इस बाबत सभी चर्चा करने के बाद उनकी अनुमति भी ली जाएगी।