कोरोना वायरस का कहर जारी, 902 हुई से मरने वालों की संख्या, 40,000 से ज्यादा लोग पीड़ित

   

चीन में विकराल रूप लेते जा रहे कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 902 हो चुकी है। वहीं इस वायरस से 40,000 से ज्यादा लोगों के पीड़ित होने की पुष्टी हो चुकी है।  चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते दुनिया के लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। इसी बीच एशिया के सबसे बड़े विमानन एवं रक्षा कार्यक्रम ‘सिंगापुर एयर शो से अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन और 12 चीनी कंपनियों समेत 70 से ज्यादा प्रतिभागी कंपनियों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं।

चीन ने वायरस के डर के कारण उड़ानें रद्द किए जाने पर कई देशों के समक्ष कूटनीतिक विरोध भी दर्ज कराया है। एक प्रवक्ता ने कहा, कुछ देशों ने उड़ानें रद्द करने जैसे कदम उठाए हैं। आईसीएओ (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) ने भी बुलेटिन जारी किए हैं और सभी देशों को डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया है। एयर इंडिया और इंडिगो समेत कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने वायरस के दुनियाभर में फैलने के डर से चीन जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी हैं। भारत और अमेरिका समेत कई देशों ने यात्रा प्रतिबंधों की भी घोषणा की है।

क्या है कोरोना वायरस

कोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है।

हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, उन्हें लगता है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया।

कैसे फैलता है?

WHO के मुताबिक कोरोना वायरस ( CoV ) एक जूनोटिक है। इसका मतलब है कि यह 2019-nCoV के जरिए जानवरों से मानव में फैला है। माना जा रहा है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था। लेकिन अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है। यह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।