क्या इजरायल और अमेरिका के पतन की शुरुआत हो गयी है?

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इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने छात्रों से एक भेंट में कहा है कि आप लोग विश्वास रखें कि मानवता के दुश्मन अर्थात अमरीका की तुच्छ सभ्यता तथा इस्राईल का पतन अपनी आंख से देखेंगे।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता, आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने बुधवार की शाम हज़ारों छात्रों से होने वाली भेंट में, आशा की किरण को हर सामूहिक आंदोलन के आगे बढ़ने का कारण बताया और कहा कि बड़े- बड़े कामों को अंत तक पहुंचाने में ईरानी राष्ट्र की अदभुत क्षमता, देश के उज्जवल भविष्य की ओर ईरानी जनता के मार्ग की सब से महत्वपूर्ण आशा है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, वरिष्ठ नेता ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता का पतन और विनाश कि जिसका स्पष्ट रूप नज़र आने में थोड़ा समय है, ईरानी जनता के सामूहिक आंदोलन के लिए , आशा की एक अन्य किरण है।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि आप युवाओं को इस बात का विश्वास रखना चाहिए कि आप सब मानवता के दुश्मन अर्थात अमरीका की तुच्छ सभ्यता तथा इस्राईल का पतन अपनी आंखों से देखेंगे।

वरिष्ठ नेता ने इसी प्रकार छात्रों और युवाओं से सिफारिश की कि वह रमज़ान के पवित्र महीने से लाभ उठाएं और ईश्वर से अपने संबंध को मज़बूत करें।

वरिष्ठ नेता ने इसी प्रकार छात्रों से कहा कि वह विश्व विद्यालयों में आंदोलनकारी संगठन बनाएं तथा प्रतिरोध मोर्चे से संबंधित देशों के छात्रों को निमत्रंत्र देकर इस्लामी जगत के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा का आयोजन कराएं।