क्या खाड़ी के कुछ अरब देशों के 25 साल से संबंध हैं?

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सऊदी अरब की खुफिया एजेन्सी के पूर्व प्रमुख ने इस्राईल के साथ अपने देश के 25 वर्षीय पुराने संबंधों से पर्दा उठाया है। तुर्की अलफैसल ने कहा है कि इस्राईल के साथ गोपनीय ढंग से सऊदी अरब और फार्स खाड़ी के कुछ अरब देशों के 25 साल से संबंध हैं।

समाचार एजेन्सी इस्ना ने समाचार पत्र मीडिल ईस्ट के हवाले से रिपोर्ट दी है कि जायोनी पत्रकार बाराक राबिद ने सऊदी अरब की खुफिया एजेन्सी के पूर्व प्रमुख तुर्की अलफैसल और फार्स खाड़ी के अरब देशों के 20 उन राजनेताओं से साक्षात्कार किया है जो इस्राईल के साथ संबंधों से पूरी तरह अवगत हैं।

इसी बीच इस्राईली टेलिवीज़न ने घोषणा की है कि बहुत से अधिकारियों ने कैमरे के सामने वार्ता से इंकार किया है। इस जायोनी पत्रकार ने बल देकर कहा है कि तुर्की अलफैसल ने इस्राईली संचार माध्यमों के साथ बारमबार वार्ता के प्रति सहमति जताई है।

उन्होंने कहा कि “असरारुल ख़लीज” नामक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तुर्की अलफैसल ने बारमबार अपनी तत्परता की घोषणा की है और यह वह कार्यक्रम है जो इस्राईल के साथ सऊदी अरब, बहरैन और कतर के संबंधों से पर्दा उठाता है।

इस्राईली टीवी ने इस साक्षात्कार के एक भाग को दो मिनट तक प्रसारित भी किया। इस साक्षात्कार में तुर्की अलफैसल ने फिलिस्तीन के बारे में जायोनी शासन के दृष्टिकोणों की ओर संकेत किया है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, जायोनी पत्रकार राबिद ने कहा कि इस्राईल की अधिकांश सरकारें इस प्रकार के संबंधों की जानकारी नहीं रखती हैं क्योंकि इस प्रकार के संबंध इस्राईल के विदेशमंत्रालय और मूसाद के दिशा- निर्देशन में हैं।

ज्ञात रहे कि सऊदी अरब की खुफिया एजेन्सी के पूर्व प्रमुख तुर्की अलफैसल ने वर्ष 1993 में जब इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा पट्टी पर हमला किया था तो कहा था कि वह जायोनियों का अपने घर पर स्वागत करेंगे।

यह पहली बार नहीं है कि अलफैसल यह बात कह रहे हैं क्योंकि हिब्रु भाषा में एक इस्राईली समाचार पत्र से वार्ता में भी उन्होंने कहा था कि हम रियाज़ में अपने घर में आप लोगों का यानी इस्राईलियों का स्वागत करेंगे।