क्या मुलायम सिंह की बात सुनकर कोई भी आश्चर्य नहीं हुआ?

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बुधवार को सोलहवीं लोकसभा के सासंदों का संसद में आखिरी दिन था। इसके बाद अब सभी नेता चुनाव मैदान में जाएंगे। आखिरी सत्र के आखिरी दिन सबने फेयरवेल स्पीच दी। लेकिन चर्चा सिर्फ दो भाषणों की हुई। एक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की और दूसरी मुलायम सिंह यादव के भाषण की।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, मुलायम सिंह ने संसद में कहा कि वो चाहते हैं नरेन्द्र मोदी फिर जीतें, फिर से देश के प्रधानमंत्री बनें। मुलायम की बात सुनकर बगल में बैठी सोनिया गांधी भी चौंक गईं। विपक्ष के लोगों को भी समझ में नहीं आया कि नेता जी को क्या हो गया लेकिन मोदी ने मुलायम को शुक्रिया कहा।

चुनाव से पहले लोकसभा के जरिए जनता को संदेश देने का आखिरी मौका था। फेयरवैल स्पीच थी इसलिए मोदी ने अपनी सरकार के काम तो गिनाए…लेकिन राहुल गांधी को छोड़ कर किसी पर कमेंट नहीं किया। लेकिन राहुल का नाम लिए बगैर मोदी ने उनके सारे कारनामे याद करा दिए।

राहुल ने राफेल के सवाल पर कहा था जब वो बोलेंगे तो मोदी खड़े नहीं रह पाएंगे। सरकार उन्हें लोकसभा में सिर्फ पन्द्रह मिनट बोलने का मौका दे….संसद में भूकंप आ जाएगा। आज मोदी ने कहा कि पचपन महीने अच्छे से बीते….ईश्वर का शुक्र है कोई भूकंप नहीं आया।

पिछले सेशन में चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अपना भाषण खत्म किया और सामने की बेंच पर बैठे प्रधानमंत्री मोदी के गले पड़ गए थे। जबरदस्ती मोदी के गले लगे।

इसके बाद जब अपनी सीट पर आए तो साथियों को आंख मारकर इशारे करते हुए कैमरे पर पकड़े गए। इसकी बहुत चर्चा हुई थी। मोदी ने कहा, ‘पहली बार गले मिलना और गले पड़ने का फर्क पता चला और पहली बार सदन में आंखों की गुस्ताखियां देखी।’

मुलायम सिंह ने आज नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वो तो चाहते हैं कि मोदी फिर जीतें और फिर प्रधानमंत्री बनें। मुलायम ने कहा कि मोदी अपने पराए या सत्ता दल या विरोधी दल का फर्क नहीं करते।

अगर सही काम लेकर विरोधी दल के नेता भी उनके पास जाएं तो वो तुरंत काम कर देते हैं। जब मुलायम सिंह ये बोल रहे थे तो मोदी हाथ जोड़कर उनका अभिवादन कर रहे थे। वहीं मुलायम के बगल में बैठी सोनिया गांधी उन्हें हैरत भी नजरों से देख रही थीं।