क्या मुस्लिम देशों में मतभेद पैदा करना चाहता है अमेरिका?

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तुर्की में राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ का कहना है कि ईरान के खिलाफ पोलैंड में अमरीकी सम्मेलन का उद्देश्य, क्षेत्रीय देशों के बीच मतभेद पैदा करना और अमरीका में आतंरिक समस्याओं से ध्यान हटाना है।

प्रसिद्ध तुर्क टीकाकार सईद येलमाज़ ने बल दिया कि अमरीका क्षेत्र में इस्लामी और क्षेत्रीय देशों के मध्य फूट डाल कर अपने मुख्य सहयोगी अर्थात इस्राईल की सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहता है।

उन्होंने अमरीका की ओर से ईरान के खिलाफ पोलैंड में प्रस्तावित सम्मेलन के बारे में कहा कि इतिहास साक्षी है कि अमरीका की हमेशा ईरान के तेल पर नज़र रही है क्योंकि ईरान के तेल तक पहुंच में सफलता की दशा में वह विश्व के आधे से अधिक तेल पर क़ब्ज़ा कर लेगा।

येलमाज़ ने अमरीकी जनमत को भटकाने और देश के भीतर समस्याओं से ध्यान हटाने को भी ईरान के खिलाफ अमरीकी सरकार के हालिया हंगामों की एक वजह बतायी और कहा कि अमरीकी नेता, वर्तमान आर्थिक संकट से निकलने के लिए ईरान को बहाना बना कर मध्य पूर्व में नया युद्ध छेड़ने की कोशिश में हैं ताकि इस प्रकार से अपने हथियारों की बिक्री बढ़ा सकें।

उन्होंने कहा कि पोलैंड सम्मेलन का परिणाम, क्षेत्र में इस्राईल के प्रभाव में विस्तार के अलावा कुछ और नहीं निकलेगा इस आधार पर ईरान और तुर्की को एक साथ मिल कर अमरीकी साज़िशों का मुकाबला करना चाहिए।

साभार- ‘parstoday.com’