मायावती और अखिलेश यादव गठबंधन का ऐलान कर दिया है। दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी। दो सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी गई हैं। वहीं रायबरेली और अमेठी सीट पर कोई प्रत्याशी खड़ा न करने का फैसला किया गया है।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस मोदी और शाह की नींंद उड़ाने वाली है।
#WATCH: BSP Chief Mayawati and Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav address a joint press briefing in Lucknow https://t.co/tVzUqZAclX
— ANI (@ANI) January 12, 2019
गठजोड़ की घोषणा करते हुए मायावती ने कहा कि गेस्ट हाउस कांड से ऊपर उठकर जनहित में गठबंधन का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि 1993 में एसपी बीएसपी ने मिलकर भाजपा को चुनाव में हराया था।
अब दोनों ही पार्टियां देश को नई राजनीतिक क्रांति का संदेश देने जा रही हैं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी ने व्यावारियों की कमर तोड़ दी है। मायावती ने कहा कि जिस प्रकार बोफोर्स के कारण कांग्रेस को सरकार गंवानी पड़ी थी। अब राफेल की वजह से बीजेपी की सरकार जाएगी।
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा कि गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने इसके पीछे कांग्रेस की नीतियों को प्रमुख कारण बताया।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अधिकतर समय कांग्रेस का शासन रहा है। कांग्रेस के ही शासन काल में किसानों और गरीब जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। कांग्रेस ने ही देश पर इमर्जेंसी लगाई थी। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ते तो सपा बसपा गठबंधन को कोई फायदा नहीं होता।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के विनाश के लिए BSP और SP का मिलना जरूरी था। उन्होंने कहा कि बीजेपी देश में धर्म की आड़ में जहर घोल रही है। इसी जहर को मिटाने के लिए BSP और SP ने गठबंधन किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती का सम्मान मेरा सम्मान है । अगर भाजपा का कोई नेता मायावती का अपमान करता है तो सपा कार्यकर्ता समझ लें कि वह मायावती का नहीं बल्कि मेरा अपमान है।
साभार- ‘इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम’