क्या RSS से जुड़ने वाले मुसलमानों से की जाती है भेदभाव?

   

शनिवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कई सदस्य और पदाधिकारियों ने संघ से नाराजगी जताते हुए कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया है। इन सदस्यों ने बीजेपी और आरएसएस द्वारा उनके साथ भेदभाव किये जाने का दावा किया है।

दरअसल नागपुर से आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नगर अध्यक्ष रियाज खान ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर उनकी मांगों को पूरा ना किये जाने और उनको नजरंदाज किये जाने का आरोप लगाया है।

नवजीवन डॉट कॉम के अनुसार, रियाज ने यह भी दावा किया है कि मंच के करीब पांच हजार सदस्य और करीब 20 अन्य पदाधिकारी उनके साथ कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। नागपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नाना पटोले ने एक कार्यक्रम के दौरान इन सभी का कांग्रेस में स्वागत किया।

भारतीय जनता पार्टी से ताल्लुक रखने वाले कई और नेताओं ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के इटावा से बीजेपी सांसद अशोक कुमार दोहरे ने योगी सरकार से नाराजगी जताते हुए कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है।

दोहरे ने पिछले साल अप्रैल में उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में दलित समुदाय के लोगों के साथ पुलिस की ज्यादती से नाराज पीएम मोदी को एक खत लिखा था, जिसमें उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की शिकायत की थी।

इस चिट्ठी में दोहरे ने लिखा था कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान पुलिस और राज्य सरकारें दलितों को झूठे मुकदमों में फंसा रही हैं।अशोक ने यह भी लिखा था कि पुलिस निर्दोष लोगों को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए जबरन घरों से निकाल कर उनके साथ मारपीट कर रही है, जिस वजह से इन वर्गों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है।

शुक्रवार को बीजेपी द्वारा टिकट काटे जाने की वजह से नाराज अशोक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए हैं जिसके बाद पार्टी ने उन्हें इटावा से ही लड़ने के लिए टिकट दिया है।