गुजरात: पिछले 30 सालों से एक भी मुस्लिम चुनाव जीतकर संसद नहीं पहुंचा!

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1984 में गुजरात से लोकसभा पहुंचने वाले आख़िरी मुस्लिम सांसद कांग्रेसी नेता अहमद पटेल हैं। उसके बाद 1989 में अहमद पटेल भरूच सीट से भाजपा के चंदू देशमुख से 1.15 लाख वोटों से हार गए थे।

इसके बाद से कोई मुस्लिम सांसद गुजरात से आम चुनावों में जीतकर लोकसभा नहीं पहुंच सका है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, 1962 में जब नवगठित गुजरात में पहली बार लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए तो सिर्फ़ एक मुस्लिम उम्मीदवार ज़ोहरा चावड़ा बनासकांठा से जीतकर लोकसभा पहुंची थीं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, 1977 में राज्य से दो मुस्लिम नेता जीते और ये दोनों कांग्रेस पार्टी से थे। भरूच से अहमद पटेल और अहमदाबाद से एहसान जाफ़री। इस साल गुजरात से सबसे ज्यादा मुस्लिम सांसद लोकसभा पहुंचे थे।

एहसान जाफ़री की 2002 के गुजरात साम्प्रदायिक दंगों के दौरान अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसायटी में कई दर्जन मुसलमानों के साथ ज़िंदा जलाकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। भरूच लोकसभा सीट से गुजरात में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता हैं। मौजूदा समय में भरूच में 15.64 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 22.2 फ़ीसदी मुस्लिम हैं।

कांग्रेस ने 1962 से 8 मुस्लिम उम्मीदवार भरूच से उतारे लेकिन इनमें से सिर्फ़ एक अहमद पटेल ही जीतने में कायमाब रहे। अहमद पटेल ने लगातार तीन बार 1977, 1982 और 1984 में भरूच सीट से जीत दर्ज की।

सेंटर फ़ॉर सोशल स्टडीज़ की सामाजिक वैज्ञानिक किरन देसाई ने कहा, ‘गुजरात में मुस्लिम सामाजिक तौर पर ही नहीं राजनीतिक रूप से भी हाशिये पर हैं। यह 2002 के दंगों के बाद से और बढ़ा है।’