ग्लोबल पुरस्कार जीतने वाले महाराष्ट्र के टीचर को दलाई लामा ने दी बधाई

   

धर्मशाला, 4 दिसम्बर । तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के रणजीत सिंह डिसले को ग्लोबल टीचर प्राइज जीतने की खुशी में बधाई दी और कहा कि छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षा देना, खासकर गरीब बच्चों में शिक्षा का प्रसार करना शायद व्यक्तिगत तौर पर उनकी मदद किए जाने का सबसे अच्छा तरीका है।

उन्होंने कहा, दुनिया के सबसे असाधारण शिक्षक के रूप में चुने जाने पर मैं आपको बधाई देना चाहता हूं और पुरस्कार की राशि में से आधी उप-विजेताओं के साथ बांटने की आपकी उदारता की मैं सराहना करता हूं।

धर्मगुरु ने आगे लिखा, छोटे बच्चों को शिक्षित किया जाना, खासकर जरूरतमंद बच्चों में शिक्षा का प्रसार करना शायद व्यक्तिगत तौर पर उनकी मदद करने का सबसे उत्तम तरीका है, जो एक बेहतर दुनिया के निर्माण में सक्रिय रूप से अपना योगदान देता है।

अपने इस खत में उन्होंने आगे लिखा, आपका काम यह सुनिश्चित करता है कि वंचित समूह की लड़कियां भी स्कूल जाए, साथ ही उनकी भाषा में स्टडी मैटेरियल्स तैयार करने का आपका प्रयास, 83 देशों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन विज्ञान की शिक्षा देना और संघर्ष वाले क्षेत्रों में युवाओं के बीच संपर्क स्थापित करने की आपकी परियोजनाएं, ये सभी आपके द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों के उदाहरण हैं।

खत में आखिर में लिखा गया, जब आप कहते हैं कि साथ में मिलकर हम बदलाव ला सकते हैं, दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकते हैं, आप बिल्कुल सही कहते हैं। मुझे यकीन है कि आपकी अनुकरणीय सेवाएं अन्य भाइयों व बहनों को आपके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करेंगी।

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