चीन के समर्थन में मैत्रीपूर्ण देशों के भाषण पर चीन का जवाब

   

बीजिंग, 23 जून । चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 22 जून को यूएन मानवाधिकार परिषद के 47वें सम्मेलन में चीन के समर्थन में मैत्रीपूर्ण देशों के संयुक्त भाषण पर संवाददाता के सवाल का जवाब दिया।

प्रवक्ता ने कहा कि दोष-गुण पर अलग-अलग विचार है, लेकिन न्याय लोगों के दिल में है। 90 से अधिक देशों ने मानवाधिकार परिषद के सम्मेलन पर न्याय की आवाज उठाई, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की इच्छा प्रतिबिंबित की और कुछ पश्चिमी देशों के मानवाधिकार सवाल का इस्तेमाल कर दूसरे देश के आंतरिक मामले में दखलंदाजी करने के घमंड का पदार्फाश किया है। कुछ पश्चिमी देशों द्वारा तथाकथित शिनच्यांग, हांगकांग व तिब्बत संबंधी सवालों का प्रयोग कर चीन पर लांछन लगाने की कुचेष्टा एक बार फिर विफल हो चुकी है।

प्रवक्ता ने बताया कि कुछ पश्चिमी देश अपने को मानवाधिकार का न्यायाधीश मानते हैं और मानवाधिकार के शिक्षक का किरदार निभाना पसंद करते हैं, लेकिन वे अपने देशों में मौजूद गंभीर मानवाधिकार सवाल की उपेक्षा करते हैं। उनको दूसरे देशों के मानवाधिकार की स्थिति पर दोष गुण की चर्चा करने की पात्रता नहीं है।

ध्यान रहे कि 22 जून को कनाडा के प्रतिनिधि ने कुछ पश्चिमी देशों की ओर यूएन मानवाधिकार परिषद के सम्मेलन पर शिनच्यांग, हांगकांग और तिब्बत संबंधी सवाल उठाकर चीन पर आरोप लगाया, जबकि 60 से अधिक देशों ने संयुक्त भाषण देकर चीन का समर्थन किया।

(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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