“चुनाव आयोग जो कर रहा है वह देश में दंगे कराने की सीधी-सीधी साजिश है”

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आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम टैंपरिंग/हैकिंग को लेकर चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब चुनाव आयोग से देश को ज्यादा उम्मीद नहीं रह गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जो कर रहा है वह देश में दंगे कराने की सीधी-सीधी साजिश है. उन्होंने बुधवार को ट्वीट करके भी आयोग पर ऐसे ही आरोप लगाए थे.

भारद्वाज ने कहा, “आप पहले से बता देंगे कि आप जीत गए और आप हार गए.. और उसके बाद आप उनको बताएंगे कि अब हम वीवीपैट का मिलान ईवीएम से करेंगे… ऐसे में अगर वीवीपैट और ईवीएम का मिलान नहीं होता है तो क्या वो लोग मानेंगे. क्या वे चुनाव दोबारा करवाएंगे.”

इससे पहले उन्होंने ट्विटर के जरिए भी इस मुद्दे को उठाया था. उन्होंने अपने ट्वीट के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं चुनाव आयोग को अपने देश को बचाने के लिए आगाह कर रहा हूं. ऐसी स्थिति बनने वाली है. चुनाव आयोग जानबूझकर ऐसी स्थिति पैदा कर रहा है चुनाव आयोग का फैसला खतरे से खाली नहीं है. आप पहले वीवीपैट का मिलान करिए. मेरे ट्वीट में ऐसा कुछ नहीं है. मैं तो वो स्थिति बता रहा हूं जो आयोग के फैसले से उत्पन्न होने वाली है.”

वीवीपैट की पर्चियों का मिलान करने में आयोग को दिक्कत हो रही है

उन्होंने चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल करते हुए कहा कि आखिर आयोग को ईवीएम में डाले गए वोटों का वीवीपैट की पर्चियों से मिलान कराने में क्या परेशानी हो रही है. सौरभ भारद्वाज का कहना है कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के दवाब में ऐसा कर रहा है. वीवीपैट की गिनती बाद में करने का आयोग के पास कोई तर्क नहीं है.

ईवीएम से छेड़छाड़ के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये हैकिंग नहीं है, टैंपरिग है ताकि वोटों की हेराफेरी की जा सके. इसी के चलते वीवीपैट की पर्चियों का मिलान ईवीम में पड़े वोटों से कराने की मांग उठ रही है. उन्होंने कहा कि अगर वीवीपैट की पर्चियों और ईवीएम में पड़े वोटों का मिलान नहीं होता है तो उस सीट पर चुनाव रद्द कराया जाना चाहिएय.

उन्होंने कहा हमारी पार्टी का कोई उम्मीदवार अगर किसी सीट पर जीत हासिल करता है और इस सीट पर वीवीपैट और ईवीएम में पड़े वोटों का मिलान नहीं होता है. तो इन सीटों पर भी चुनाव रद्द कर दिए जाने चाहिए.