चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को हिदायत देते हुए कहा है कि सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए न किया जाए. आयोग की ओर जारी बयान में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय की ओर से यह संज्ञान में लाया गया था कि कुछ राजनीतिक दल सुरक्षाबल के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और राजनीतिक प्रोपेगेंडा के लिए कर रहे हैं.
EC issues advisory to all national&state political parties of the country,asks them to 'desist from displaying photographs of Defence personnel or photographs of functions involving Defence personnel in advertisements,or otherwise as part of their election propaganda/campaigning' pic.twitter.com/jBFsSyZEZM
— ANI (@ANI) March 9, 2019
रक्षा मंत्रालय ने चुनाव आयोग को 2013 में एक पत्रा लिखा था जिसमें कहा गया है कि राजनीतिक दलों और नेताओं की ओर से सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल किया जा रहा है और इस पर आयोग दलों को दिशा-निर्देश दे. मंत्रालय के इसी पत्र का हवाला देते हुए चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को जवानों की फोटो इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए गए हैं. आयोग की ओर से कहा गया है कि ऐसा करने वाले नेताओं और दलों के खिलाफ कोई कार्रवाई आचार संहिता लागू होने के बाद ही की जा सकती है.
Dear Election Commission of India:
Is this permissible?
Using photograph of a serving soldier in political posters?
If not, will you act against it? pic.twitter.com/IiGUkphZWM— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) March 9, 2019
चुनाव आयोग की यह एडवाइजरी राजनीतिक दलों को सतर्क करने के लिए जारी की गई है. इसमें कहा गया है कि सुरक्षाबल देश की सीमाओं, क्षेत्र और पूरे राजनीतिक तंत्र के प्रहरी हैं. लोकतंत्र में उनकी भूमिका निष्पक्ष और गैर राजनीतिक है. इसी वजह से जरूरी है कि चुनाव प्रचार में सुरक्षाबलों का जिक्र करते हुए राजनीतिक दल और राजनेता सावधानी बरतें.