जम्मू, 10 दिसंबर । जम्मू एवं कश्मीर में चल रहे जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में उम्मीदवारों के आंकड़ों के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेश में राजनेताओं से संबंधित उम्मीदवारों का प्रतिशत बहुत अधिक है।
आईएएनएस द्वारा एक्सेस किए गए डेटा से पता चला है कि 60 से अधिक उम्मीदवारों की राजनीतिक पृष्ठभूमि है और क्षेत्र के उम्मीदवारों में कई प्रमुख राजनेताओं के बेटे, बेटियां, भतीजे, भतीजी, सास और बहू हैं।
राजनेताओं से संबंधित उम्मीदवारों में नसीर अहमद मीर डोरू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
नसीर पूर्व मंत्री और वर्तमान में कांग्रेस के राज्य प्रमुख गुलाम अहमद मीर के पुत्र हैं।
दक्षिण कश्मीर के शांगुस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहीं साबहत गुलजार, कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलजार अहमद वानी की बेटी हैं।
लार्नू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहीं खालिदा बीबी पीडीपी नेता और गुर्जर बकरवाल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गुलजार अहमद खटाना की पत्नी हैं।
डीडीसी चुनाव के पहले चरण में कुल 286 उम्मीदवारों ने भाग लिया। इनमें कश्मीर संभाग (डिवीजन) से 172 और जम्मू संभाग से 124 उम्मीदवार शामिल हैं।
जम्मू एवं कश्मीर में 280 डीडीसी निर्वाचन क्षेत्रों में से 43 में दूसरे चरण के मतदान हुए, जिसमें कश्मीर डिवीजन में 25 और जम्मू डिवीजन में 18 क्षेत्र शामिल हैं। चुनावी मैदान में कुल 321 उम्मीदवारों में से कश्मीर से 196 और जम्मू से 125 उम्मीदवार थे।
अपने रिश्तेदारों को चुनाव मैदान में उतारने वाले प्रमुख व्यक्तियों में मोहम्मद यूसुफ तारिगामी भी शामिल हैं, जो जम्मू एवं कश्मीर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य समिति के सचिव हैं।
उन्हें हाल ही में गुपकार घोषणा के लिए पीपुल्स अलायंस का संयोजक चुना गया था। तारिगामी के भतीजे अब्बास राथर कुलगाम के काईमोह निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
उम्मीदवार के आंकड़ों में दिखाई देने वाले एक अन्य प्रमुख राजनेता जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग भी हैं।
उनकी पत्नी सफीना बेग बारामूला के वागूरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं।
तीसरे चरण के चुनाव में कुल 305 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिसमें कश्मीर डिवीजन से 166 और जम्मू डिवीजन से 139 शामिल थे।
चुनाव का चौथा चरण 34 निर्वाचन क्षेत्रों में आयोजित किया गया था, जिसमें दोनों डिवीजनों में 17-17 क्षेत्रों में मतदान हुआ।
पिछले साल अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह पहला लोकतांत्रिक चुनाव हो रहा है।
पांचवें चरण के लिए मतदान 10 दिसंबर को शुरू हुआ।
पांचवें चरण में कुल 37 डीडीसी निर्वाचन क्षेत्रों में 58 सरपंच और 218 पंच की रिक्त सीटों के लिए मतदान हो रहा है।
डीडीसी का चुनाव आठ चरणों में हो रहा है और यह 19 दिसंबर तक चलेगा।
मतों की गिनती 22 दिसंबर को होगी।
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