भारतीय एजेसियों को एक बार फिर बड़ा झटका देते हुए इंटरपोल ने इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को ख़िलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया है।
इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल ने अपने सभी कार्यालयों को निर्देश दिया है कि वे नाइक के सभी डेटा को अपनी फाइलों से हटा दें।
बयान में आगे कहा गया है कि 1 से 5 जुलाई 2019 को आयोजित 109 वें सत्र में इंटरपोल के जांच आयोग द्वारा निर्णय लिया गया था जिसके बाद इंटरपोल के जनरल सेक्रेटरी ने 15 जुलाई 2019 को नाइक से संबंधित सभी डेटा को हटा दिया था।
वहीँ आईआरएफ के बयान में कहा गया है कि इंटरपोल का फैसला भारत सरकार के लिए एक गंभीर झटका है “जो लगातार अंतरराष्ट्रीय पुलिस को इस्लामिक उपदेशक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की कोशिश कर रहा है”। और इस बार इंटरपोल का फैसला भारत सरकार की तीसरी ‘असफल कोशिश’ है।
वक्तव्य में कहा गया है कि नाइक के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और अस्पष्ट थे और भारतीय अधिकारी इंटरपोल के आरोपों और सबूत जमा करने के नियमों की उचित प्रक्रिया का पालन करने में विफल रहे थे।
वहीँ इंटरपोल के इस फ़ैसले पर नाइक ने खुशी जताते हुए कहा कि मुझे ज़्यादा खुशी होती अगर भारतीय एजेंसिया भी मुझे आरोपों से मुक्त कर देती।