जानिए, क्या होता है टारगेट किलिंग जो इजरायल कई देशों में करवाता आया है?

   

सरकारी आतंकवाद के प्रतीक कहे जाने वाले इस्राईल के पूर्व युद्ध मंत्री एविग्डर लेबरमैन ने कहा है कि इस्राईल को चाहिए कि टारगेट किलिंग की फिर शुरुआत कर दे।

लेबरमैन ने सेना की रेडियो सेवा से बात करते हुए कहा कि जब सबको मालूम है कि युद्ध शुरू होने वाला है तो सब इस्राईल को नुक़सान पहुंच जाने की प्रतीक्षा क्यों कर रहे हैं? पूर्व आक्रमण करना चाहिए, हमें टारगेट किलिंग वाले दौर में वापस जाना चाहिए।

लेबरमैन इस्राईल की उस नीति की बात कर रहे थे जिसके तहत इस्राईल ने फ़िलिस्तीन के भीतर और बाहर हर जगह लोगों की हत्याएं करवाई हैं। इस्राईल दुनिया के अनेक देशों में बड़ी संख्या में टारगेट किलिंग करवा चुका है और इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी मुसाद को इस जघन्य अपराध का माहिर समझा जाता है।

लेबरमैन ने नेतनयाहू की सरकार में युद्ध मंत्री के पद से उस समय किनारा कर लिया था जब इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा पट्टी के में स्थित फ़िलिस्तीनी संगठनों से 48 घंटे की झड़प के बाद संघर्ष विराम कर लिया था। लेबरमैन चाहते थे कि युद्ध जारी रहे मगर इस्राईल में राजनैतिक और सामरिक गलियारों को अच्छी तरह पता है कि इस्राईल की ताक़त बहुत तेज़ी से कम हो रही है।

पश्चिमी एशिया के इलाक़े में इस्लामी गणतंत्र ईरान के नेतृत्व में इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन की ताक़त में वृद्धि के साथ ही इस्राईल तेज़ी से कमज़ोर पड़ता जा रहा है। इसीलिए इस्राईल फ़िलिस्तीनी संगठनों से तत्काल युद्ध विराम करने पर मजबूर हो गया था।

साभार- ‘parstoday.com’