ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट का बड़ा बयान!

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पिछले कुछ समय से देश की राजनीति में कई बार उठापटक देखी जा चुकी है। फिलहाल मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा जारी है।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, करीब 15 महीने पहले अस्तित्व में आई मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट बना हुआ है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।

 

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यसता ले ली है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, उन्होंने यह भी कहा है कि विवादों को सुलझाया जा सकता था।

 

भाजपा के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। सिंधिया इस प्रवास के दौरान राज्यसभा के लिए नामांकन भरेंगे।

 

भाजपा के प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सिंधिया गुरुवार अपराह्न् तीन बजे विमान से भोपाल पहुंचेंगे। वह राजाभोज विमानतल से चलकर भाजपा कार्यालय पहुंचेंगे, जहां पं. दीनदयाल उपाध्याय, विजयाराजे सिंधिया, कुशाभाऊ ठाकरे की प्रतिमाओं और माधवराव सिंधिया के चित्र पर माल्यार्पण करेंगे।

 

भाजपा कार्यालय में ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक, सिंधिया शुक्रवार 13 मार्च को दोपहर 12 बजे पुन: भाजपा कार्यालय पहुंचेंगे और महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण करने के पश्चात राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने विधानसभा परिसर जाएंगे।

 

भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से अपना राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी दी।

 

सिंधिया को समय न देने के सवाल पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वे ही केवल ऐसे थे जो कभी भी मेरे घर आ सकते थे। वे मेरे साथ कॉलेज में भी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में सिंधिया की गिनती राहुल के सबसे करीबी नेताओं में होती थी। उनके प्रियंका से भी अच्छे संबंध रहे।

 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों ने बेंगलुरू से वीडियो संदेश जारी कर सिंधिया का समर्थन करते हुए उनके ही साथ रहने की बात कही है।

 

सिंधिया जिस समय दिल्ली में भाजपा कार्यालय पहुंचकर सदस्यता ले रहे थे, उसी समय समर्थक विधायकों ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कुछ भी हो जाए वे सिंधिया का साथ नहीं छोड़ेंगे और सिंधिया के साथ ही रहेंगे। 19 विधायक जो सिंधिया समर्थक माने जाते हैं, वे बेंगलुरू में हैं।

 

इनमें मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव शामिल हैं।

 

ये सभी मंगलवार को ही अपने इस्तीफे विधानसभाध्यक्ष को भेज चुके हैं। सिंधिया समर्थक इन 19 विधायकों में से अधिकांश ने वीडिया संदेश जारी कर सिंधिया के प्रति समर्थन जताया है। इन विधायकों का साफ कहना है कि वे सिंधिया के साथ हैं।